Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही आई फ्लू के मामले भी सामने आने लगे हैं. वहीं बात करें बिलासपुर की तो क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में अबतक 300 से अधिक मरीज आई फ्लू के सामने आए हैं. वहीं, लगातार मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी भी दर्ज की जा रही है. 


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गौरतलब है कि क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में तीन नेत्र रोग विशेषज्ञ अपनी सेवाएं दे रहें है. जबकि रोजाना नेत्र विभाग में आने वाली कुल ओपीडी का 20 प्रतिशत मरीजों की संख्या आई फ्लू की है. 


इस बात की जानकारी देते हुए क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ईशानी गुप्ता ने कहा कि बीते एक माह रोजाना 10 से 12 मरीज आई फ्लू के सामने आ रहे हैं, जिनमें बच्चों से लेकर बड़ों तक हर उम्र लोग शामिल है. 


वहीं डॉक्टर ईशानी ने बताया कि बरसात के मौसम में आई फ्लू वायरस ज्यादा सक्रिय होता है, जिसे कंजंक्टिवाइटिस कहा जाता है. इससे आंखों में रकड़पन व सूजन आती है और आंख की पुतली के सफेद हिस्से को प्रभावित करती है. यह एलर्जी बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण होती है. जिसमें मरीज द्वारा आंखों को हाथों से मलने के बाद है दूसरे लोगों को छूने से वह उन्हें भी फैल जाता है.


वहीं डॉक्टर ईशानी ने कहा कि आई फ्लू संक्रमित मरीज को शुरुआती तीन से चार दिन अपने घरों में रहना चाहिए अगर यह संक्रमण बच्चों में है तो उन्हें स्कूल से छुट्टी लेनी चाहिए और अगर किसी महिला या पुरुष को है तो उन्हें काम से छुट्टी लेकर घर पर ही रहना चाहिए. साथ ही उन्होंने बताया कि आई फ्लू संक्रमित मरीज को आंख साफ करने के लिए किसी तौलिए व कपड़े का सहारा लिए बिना ही टिशू का इस्तेमाल कर नष्ट कर देना चाहिए. 


साथ ही ऐसे मरीजों को धूप में जाने से पहले काला चश्मे जरूर पहनना चाहिए व आंख आने पर कॉन्टैक्ट लेंस नहीं पहनना चाहिए. वहीं आई फ्लू के मरीजों को नजदीकी अस्पताल में जरूर चेकअप के बाद डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली एंटीबायोटिक आई-ड्रॉप का लगातार इस्तेमाल करना चाहिए ताकि वह जल्द ठीक हो सकें. 


बिलासपुर जिला के अस्पतालों में रोजाना आने वाले आई फ्लू मरीजों की संख्या की बात की जाए तो स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबित क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में रोजाना 10 से 12 मरीज आ रहे तो वहीं झंडूता ब्लॉक में रोजाना 40 मरीज, नैनादेवी ब्लॉक में रोजाना 15 मरीज, घुमारवीं ब्लॉक में रोजाना 30 ममरीज व मार्कण्ड ब्लॉक में रोजाना 15 मरीज आई फ्लू के सामने आर रहे हैं, वहीं शाहतलाई क्षेत्र जिला बिलासपुर का सबसे ज्यादा आई फ्लू संक्रमण से प्रभावित क्षेत्र दर्ज किया गया है.