विपन कुमार/धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में एनसीईआरटी और सीबीएसई के एक्सपर्टस जुटेंगे. हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड में पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश भर के 200 टीचर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी. 6 से 10 जनवरी तक आयोजित की जाने वाली कार्यशाला के दौरान 6-7 जनवरी को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत समग्र प्रगति कार्ड पर चर्चा होगी, जबकि 8 से 10 जनवरी तक स्टैंर्डडलाइजेशन ऑफ क्वश्चन पेपर कार्यशाला का आयोजन होगा. प्रश्न पत्र तैयार करने की जो नई तकनीकें हैं, उनमें प्रदेश के टीचर्स को ट्रेंड किया जा रहा है. इससे पहले अगस्त और सितंबर माह में भी इसी कड़ी में कार्यशाला का आयोजन करवाया जा चुका है. 


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प्रदेश भर से 200 टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया  
स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत समग्र प्रगति कार्ड (होलीस्टिक प्रोग्रेस कार्ड) की बात हो रही है. यह कार्ड कैसे बनाया जाएगा, इसकी क्या डिटेल्स होंगी, इसी पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. इसी तरह से स्टैंर्डडलाइजेशन ऑफ क्वश्चन पेपर तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी. कार्यशाला में नेशनल लेवल के एनसीईआरटी और सीबीएसई के एक्सपर्ट्स प्रदेश के शिक्षकों को ट्रेनिंग देने के लिए आएंगे. इसके लिए प्रदेश भर से 200 टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया है. 


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8 से 9 हजार टीचर्स को ऑनलाइन ट्रेनिंग के माध्यम से किया गया ट्रेंड 
बोर्ड सचिव ने बताया कि दिसंबर माह में शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदेश भर के 8 से 9 हजार टीचर्स को ऑनलाइन ट्रेनिंग के माध्यम से ट्रेंड किया गया है. इसी कड़ी में अब 6 से 10 जनवरी तक आयोजित की जा रही कार्यशाला में टीचर्स को एडवांस ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की गई है. बोर्ड का मानना है कि जितने अच्छे और नई तकनीक वाले प्रश्नपत्र होंगे, उसी अनुरूप बच्चों की पढ़ाई भी करवाई जाएगी, जिस तरह से बच्चों का मूल्यांकन किया जाता है, उसी तरह से उनकी पढ़ाई करवाई जाती है.


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