Guru Gobind Singh Jayanti 2025: गुरु की नगरी पांवटा साहिब में दशम पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी का 358वां प्रकाश पर्व धार्मिक परंपराओं के साथ मनाया गया. इस उपलक्ष में शुरू हुए अखंड पाठ के आज भोग पड़े और निशान साहिब झुलाए गए. पूरे दिन दरबार साहिब में दीवान सजे, भजन कीर्तन किए गए और रागी ठाड़ी जत्थे गुरुवाणी का बखान कर संगतों को निहाल किया. 


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गुरु की नगरी पांवटा साहिब में दशम पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी के 358वें प्रकाश पर्व आज सुबह से ही गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. न सिर्फ हिमाचल प्रदेश बल्कि, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और जम्मू कश्मीर से भी श्रद्धालु पांवटा साहिब पहुंचे. बता दें, पिछले तीन दिनों से मुख्य गुरुद्वारे में श्री गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं.


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इसी कड़ी में शुरू हुए अखंड पाठ साहिब के आज भोग पड़े. साथ ही निशान साहब भी झुलाए गए. इस अवसर पर दरबार साहब में पूरे दिन भजन कीर्तन और गुरबाणी का बखान होता रहा. स्थानीय और अन्य राज्यों से आए रागी और थाड़ी जत्थों ने संगठन को श्री गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन की घटनाओं का बखान कर निहाल किया. 


इस अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने श्री गुरु ग्रंथ साहब के समक्ष माथा ठेका और मन की मुरादे मांगी. श्रद्धालुओं के लिए गुरुद्वारे में ठहरने और लंगर का भी आयोजन किया गया. प्रबंधक कमेटी स्वयं लंगर का जायजा लेती रही. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने समस्त देशवासियों को गुरु पर्व की बधाइयां दीं.


(ज्ञान प्रकाश/पांवटा साहिब)


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