Una News: लोकसभा चुनाव जहां एक तरफ अपने अंतिम पड़ाव में पहुंच चुका है, तो वहीं हिमाचल प्रदेश में 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी लोकसभा चुनावों के साथ होने हैं.  गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में अंतिम चरण में 1 जून को मतदान है. इसके मद्देनजर सभी राजनीतिक दल प्रचार अभियान में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं. 



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इसी क्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुटलैहड़ विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी विवेक शर्मा और हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार सतपाल रायजादा के लिए लोगों के लिए वोट मांगे. इस दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने इस चुनाव को भाजपा को सबक सिखाने वाला बताया. 


उन्होंने भाजपा द्वारा सभी सीटों को जीतने के दावे को उनका अहंकार बताया. सुक्खू ने भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र भुट्टो का जिक्र करते हुए उन्हें सरकार को धोखा देने वाला बताया और उनके द्वारा एक भी कार्यक्रम कुटलैहड़ विधानसभा में नहीं करवाने का आरोप लगाया. उन्होंने भुट्टो पर पैसे के बदले विधायकी बेचने का आरोप भी लगाया और उन्हें कपटी की संज्ञा दी. 


सीएम सुक्खू ने भुट्टो पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी से अपने निजी कामों के लिए सिफारिश करने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र भुट्टो द्वारा पिछले और अभी के उपचुनाव के मद्देनजर दायर शपथ पत्र में दस करोड़ रुपए की संपत्ति केवल 14 महीने में ही बढ़ने की बात कही और जल्द सलाखों के पीछे जाने का दावा किया. 


वहीं, सीएम ने फिर केंद्र सरकार पर आपदा में कोई भी राहत राशि नहीं दिए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने आपदा के समय पीड़ितों के लिए अपनी सरकार की तरफ से हर संभव सहायता देने का दावा भी किया. उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर हिमाचल की आपदा को गुजरात की मानिंद राष्ट्रीय आपदा घोषित करवाने में नाकाम रहने का आरोप भी लगाया.  


सीएम सुक्खू ने प्रदेश के तीनों निर्दलीय विधायकों के त्यागपत्र देने को देश के इतिहास में पहला उदाहरण बताया और इसके पीछे भाजपा के दिए पैसों का कारण बताया. 


रिपोर्ट- राकेश मालही, ऊना