Kangana Ranaut News: मंडी के ऐतिहासिक सेरी मंच पर कांग्रेस की नेत्री सुप्रिया श्रीनेत के द्वारा भारतीय जनता पार्टी की मंडी लोकसभा की प्रत्याशी कंगना रनौत के बारे में अभद्र टिप्पणी के विरोध में BJP धरना प्रदर्शन कर रही है. इस विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर कर रहे हैं. 


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मंच पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मंडी की बेटी का अपमान हिंदुस्तान नहीं सहेगा छोटी काशी से जो अपमान की चिंगारी निकली है. वह पूरे हिंदुस्तान में कांग्रेस को चारों खाने चित कर देगी.  उन्होंने कहा कि ये पहली मर्तबा नहीं है, जब कांग्रेस पार्टी ने किसी नारी का अपमान किया है. 


उन्होंने याद दिलाया कि कांग्रेस राज में गुड़िया कांड हुआ, जिसे राजनीतिक की इच्छा शक्ति के चलते दबा दिया गया.  उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेत्री सुप्रिया ने जो मंडी की बेटी के लिए अपमानजनक टिप्पणी की है उसका खामियाजा पूरी कांग्रेस पार्टी को चुनाव में भुगतना पड़ेगा. 


हिमाचल प्रदेश में 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में चारों सीटें भाजपा के खाते में डाली तथा 2024 में भी चारों सीटों पर जीत दर्ज करके कांग्रेस को चारों खाने चित करेंगे. उन्होंने कहा कि जहां 2019 में रामस्वरूप शर्मा चार लाख 5000 वोटो से जीते थे, तो अब कंगना रनौत 5 लाख से अधिक वोटो से जीत दर्ज करेगी जो एक रिकॉर्ड बनेगा. उन्होंने कहा कि जिस बेटी ने छोटी सी उम्र में एक छोटे से गांव से निकलकर मुंबई जैसे क्षेत्र में अपने धाक जमाई. इस तरह ही लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कर दिल्ली के संसद में भी अपने धाक जमाएंगी.


जानकारी के लिए बता दें, कांग्रेस की सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत के सोशल हैंडल से हिमाचल के मंडी से बीजेपी का टिकट पाईं एक्ट्रेस कंगना रनौत को लेकर एक भद्दा पोस्ट किया गया था. हालांकि, इस विवादित पोस्ट के बाद सुप्रिया श्रीनेत ने अपनी सफाई दी. सफाई में उन्होंने कहा कि उनका सोशल पेज कई सारे लोग चलाते हैं, जिसके वजह से ये किसी ने कर दिया. इसपर जांच होगी. 


वहीं, कंगना रनौत ने भी इसपर जवाब देते हुए कहा कि एक कलाकार के रूप में अपने करियर के पिछले 20 वर्षों में मैंने हर तरह की महिलाओं का किरदार निभाया है. हमें अपनी बेटियों को पूर्वाग्रहों के बंधनों से मुक्त करना चाहिए, हमें उनके शरीर के अंगों के बारे में जिज्ञासा से ऊपर उठना चाहिए और सबसे ऊपर, हमें यौनकर्मियों के चुनौतीपूर्ण जीवन या परिस्थितियों को किसी प्रकार के दुर्व्यवहार या अपमान के रूप में उपयोग करने से बचना चाहिए. 


रिपोर्ट- कोमल लता, मंडी