Himachal News: हिमाचल के सुलह में भूस्खलन की चपेट में आए 12 मकान, लोग बेघर
Sulah Vidhansabha News: सुलह विधानसभा के गांव परमार नगर में भूस्खलन की चपेट में आने से 12 मकान ढह गए. वहीं, साथ लगते अन्य मकानों पर भी खतरा मंडराया रहा है. जिससे लोग काफी दुखी हैं.
Himachal Landslide News: उतराखंड मे स्थित जोशीमठ में जहां मकानों मे दरारें आने लगी हैं, जो लगातार बढ़ रही हैं. बिल्कुल वैसे ही हालात अब सुलह विधानसभा के गांव परमार नगर मे बने हुए हैं. यहां एक दर्जन मकान जमींदोज तो हो ही चुके हैं, लेकिन साथ लगते अन्य मकानों मे भी दरारें आना शुरू हो चुकी हैं. वहीं जमीन पर भी करीब 3 किलोमीटर तक गहरी दरारें पड़ चुकीं हैं जिससे कई मकानों व खेती युक्त जमीन पर भूसखलन का खतरा मंडरा चुका है.
वर्तमान के हालात यहां जोशिमठ जैसे बन चुके हैं. उक्त गम में कई घरों को प्रशासन ने एहतियात के तौर पर खाली करवा दिया है. परमार नगर में भूस्खलन के कारण बेघर हुए ग्रामीणों के लिए खाने पीने व रहने की व्यवस्था प्रशासन ने राहत शिविर मे प्रदान कर दी. जहां टेंट लगा दिये गये हैं. खाने पीने के लिए राशन मुहैया करवा दिया है. बुधवार को एसडीएम धारा ने 10-10 हजार रुपये तुरंत राहत राशि प्रभावितों को प्रदान की.
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के बीच सुलह विधानसभा के गांव परमार नगर में भूस्खलन की चपेट में 12 मकान आ गए हैं. स्थानीय निवासियों ने बताया कि पिछले दिन सुबह जब घरों के नीचे जमीन धंसने लगी. जिससे दीवारों मे दरारें आने शुरू हो गई. खतरे को भांपते ही सब लोग मकानों से बाहर भागने लगे.
अचानक घरों के दरवाजे व खिड़कियां खुद ही बंद हो गए. जिससे उन्हे घर के अंदर रखा सामान निकालने का भी मौका नहीं मिला. पलक झपकते ही आस पास के करीब 12 मकान ज़मींदोज हो गये. रवि कुमार पुत्र धनी राम ने बताया कि उन्होंने अपने मकान में सारी जमा पूंजी खर्च कर दी थी, लेकिन अब उनके पास कुछ नहीं बचा है. रवि कुमार ने करीब 15 दिन पहले ही अपने नए मकान का लेंटर डाला था जो अब भूस्खलन की चपेट में आ चुका है. इसी तरह , अंजना देवी , सुनील दत्त , रमेश चंद , प्रीतम चंद , मेहर सिंह , शमशेर सिंह , महेंद्र सिंह , शिखा कुमारी , विक्रम चंद ,, सुदेश कुमारी , देवेन्द्र सिंह के भी मकान पूरी तरह भूस्खलन की चपेट मे आ गये हैं.
अपनी जिंदगी की सारी जमा पूंजी मकानों पर खर्च कर दी. अब न तो मकान बचे ना खेती युक्त जमीन बची आगे का गुजारा कैसे हो यही चिंता अब ग्रामीणों को सता रही है. भूस्खलन से इलाके की खेती युक्त जमीन भी चपेट मे आ गई है. ग्रामीणों ने सरकार से दूसरी व सुरक्षित जगह जमीन देने व मकानों के लिये आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने की गुहार लगाई है. वहीं आज मौके पर एसडीएम धीरा सलीम आजम , तहसीलदार धीरा भरत चंद्र सिंह , नायब तहसीलदार आशीष ठाकुर , कृषि विकास बैंक के चेयरमेन संजय चौहान, कानूनगो भुट्टो राम, पटवारी अनिल नड़ड़ा मौजूद रहे.
एस डी एम धीरा सलीम आजम ने कहा, प्रभावितों को राहत शिविर मे शिफ्ट कर दिया गया है. सरकार द्वारा तुरंत राहत राशि 10 हजार रुपये प्रदान कर दी गई है. इसके अलावा ग्रामीणों सरकार द्वारा और भी अन्य सहायता उपलब्ध करवाने हेतु नुकसान का जायजा लिया जा रहा है.
कृषि विकास बैंक के चेयरमैन संजय सिंह चौहान ने कहा कि जिन का भी नुकसान हुआ है. उन्हें प्रदेश सरकार से हर संभव सहायता मुहैया कारवाई जायेगी. साथ ही जिन घरों को खाली करवाया गया है उन्हें कैसे बचाया जाये इसके लिए भी सरकार प्रयासरत है.