Himachal Assembly Election: शनिवार को हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर एक फेज में मतदान होंगे. ऐसे में वोटिंग सेंटर पर पहुंचने के लिए कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. बर्फ से ढकी सड़कों से गुजरने के लिए पोलिंग की टीम मजबूर दिखी. 


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प्रदेश में मतदान के लिए अब 24 घंटे से कम समय रह गया है. ऐसे में तमाम तरह की तैयारियां कर ली गई हैं. वहीं, गुरुवार को बर्फ से ढकी ऊंची पहाड़ियों से होकर पोलिंग टीम को मतदाता केंद्र तक पहुंचना पड़ा.   


राज्य में हाल ही में रोहतांग और लाहौल-स्पीति सहित कई इलाकों में बीत कुछ दिनों से बर्फबारी हुई है. बर्फबारी इतनी हुई है आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि रोड पूरी बर्फ से ढकी हुई है. वहीं घर के बाहर खड़ी काली कार भी पूरी तरह से सफेद हो गई.  


प्रदेश में बीते कुछ दिनों से रोहतांग और लाहौल-स्पीति सहित कई इलाकों में बर्फबारी हुई है. जिसके कारण से टीम को सड़क मार्ग की बजाए बर्फ के टीलों से होकर अपने गंतव्य जगह तक जाना पड़ रहा है, जो काफी लंबा है. लाहौल-स्पीति के खुर्चेड में स्थित एक मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए टीम को 3.5 घंटे तक पैदल चलना पड़ा, जबकि सड़क से जाने पर यह केवल 3 किलोमीटर का सफर है.


मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, लाहौल-स्पीति के उपायुक्त सुमित खिमता ने कहा, 'शाम साढ़े पांच बजे तक टीमें जिले के संबंधित मतदान केंद्रों पर पहुंच गईं. ऐसे कुछ स्थान हैं जहां हाल ही में हुई बर्फबारी के कारण बहुत सारी बर्फ जमा हो गई है, इसलिए टीमों को लंबे समय तक चलना पड़ा. 


चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी और भरमौर के कुछ एरिया में बर्फबारी के चलते पोलिंग पार्टियों को पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी.  खासकर जनजातीय क्षेत्र पांगी में जान जोखिम में डालकर पोलिंग स्टेशन तक पोलिंग पार्टियों को पहुंचना पड़ा. जनजातीय क्षेत्र पांगी में बर्फबारी के बीच 28 किलोमीटर तक पोलिंग पार्टियों को पैदल चलना पड़ा. वहीं, भरमौर विधानसभा क्षेत्र के ऊंचाई वाले एरिया में भी बर्फबारी के चलते पोलिंग पार्टियों को पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत झेलनी पड़ी. 


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