चंडीगढ़- शिव कैलाशों के वासी, धौली धारों के राजा, शंकर संकट हरना....भोलेनाथ के जयकारों के साथ किन्नर कैलाश यात्रा शुरू होने वाली हैं. इस साल होने वाली किन्नर कैलाश यात्रा (Kinner Kailash Yatra) पूरी तरह से मौसम पर निर्भर है. 


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मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
बता दें कि यात्रा 1 से 15 अगस्त तक चलेगी. अगर 15 अगस्त तक मौसम साफ रहा तो यात्रा में कोई दिक्कत पेश नहीं आएगी. लेकिन बीते 10 दिनों से मौसम लगातार खराब बना हुआ है. मौसम विभाग ने भी अगले कुछ दिनों तक अलर्ट जारी किया है. ऐसे में अगर 15 अगस्त मौसम खराब रहा तो इस बार भी यात्रा रद्द हो सकती है.


बीते दो साल से नहीं हुई यात्रा...
करीब 17 किमी की चढ़ाई चढ़ने के बाद महादेव के दर्शन होते हैं. 6,050 मीटर की ऊंचाई पर श्रद्धालु महादेव के दर माथा टेकेंगे. 


कोरोना के चलते पहले ही बीते दो साल से किन्नर कैलाश यात्रा नहीं हो पाई थी. इस बार शुरू होने से पहले ही यात्रा पर काले बादल मंडराते दिख रहे हैं. यात्रा को सफल बनाने के लिए प्रशासन ने भी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. 


पंजीकरण और मेडिकल जांच के बाद ही श्रद्धालु यात्रा पर जा सकेंगे. इस जोखिम भरी यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा के लिए पूरा खाका तैयार किया गया है. यदि मौसम खराब रहा तो इस यात्रा को 4 अगस्त से भी शुरू की जा सकता है.


जिन यात्रियों ने ऑनलाइन व ऑफलाइन किन्नौर कैलाश यात्रा के लिए बुकिंग करवाई है, उनका यात्रा से एक दिन पहले तांगलिग बेस कैंप पहुंचना अनिवार्य होगा. यात्रा से एक दिन सभी यात्रियों का मेडिकल चेकअप किया जाएगा.