Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में आई आपदा के बाद राज्य की सरकार सतर्क हो गई है. एडीजी (सतर्कता) सतवंत अटवाल त्रिवेदी का कहना है, 'राज्य में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति के बीच महिला अधिकारियों ने बचाव और राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बाढ़ प्रभावित जिलों में दो महिला एसपी ने कड़ी मेहनत की है और साबित कर दिया है कि वे किसी से कम नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ये दोनों महिलाएं पुरुष अधिकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं. साथ ही कहा कि कुल्लू एसपी साक्षी वर्मा और मंडी एसपी सौम्या साम्बशिवन ने भी इस आपदा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 


ये भी पढ़ें- Himachal Pradesh में हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचेंगी केंद्रीय टीम, इन जिलों का करेंगी आंकलन
 
सौम्या सतवंत ने कहा कि आज भी समाज में लोगों को लगता है कि महिलाएं पुरुषों की बराबरी नहीं कर सकतीं, लेकिन मैं उस दिन का इंतजार कर रही हूं जब पुरुष और महिला सभी को एक समान माना जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एडीजी सतवंत अटवाल त्रिवेदी के साथ रहकर काम करना उन्हें काफी अच्छा लगा. वे कभी ऑर्डर नहीं देते बल्कि एक टीम बनकर काम करते हैं. 


उन्होंने आगे कहा कि जब मैंने बल में अपनी नौकरी शुरू की थी तो मैं पहले स्थान पर थी. जिससे मैनें साबित किया कि लड़कियां पहले स्थान पर आ सकती है. वहीं,  अब हमारे पास कई महिलाएं हैं जो बल में काम कर रही हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं.


सौम्या साम्बशिवन ने आगे कहा कि एडीजी सतवंत अटवाल त्रिवेदी के साथ रहना अच्छा था. निर्देश कभी भी आदेश की तरह नहीं थे, यह टीम वर्क की तरह था.  महिलाओं के लिए एक संदेश है कि कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है. महिलाएं, पुरुष के समान ही अच्छा काम कर सकती हैं. 


वहीं, कुल्लू की एसपी साक्षी वर्मा कहती हैं कि महिला अधिकारी किसी भी कठिन परिस्थिति का जवाब देने में समान रूप से सक्षम हैं.  जब हम काम कर रहे थे, तो हमारे दिमाग में यह नहीं आया कि हम पुरुष अधिकारी हैं या महिला.  हमने फंसे हुए लोगों को निकालने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि हम पुरुष अधिकारियों की तुलना में किसी भी तरह की कठिन स्थिति का जवाब देने में  समान रूप से सक्षम हैं. 


WATCH LIVE TV