राकेश मल्ही/ऊना: हिमाचल विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया आज अपने एक दिवसीय दौरे पर ऊना पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ऊना जिला में प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान वाले क्षेत्रों का जायजा लिया. साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर मीटिंग भी की. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं, मीडिया से बातचीत करते हुए कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि 'मुझे खुशी इस बात की है कि भारी बरसात के कारण ऊना जिला में जो नुकसान हुआ है, प्रशासन ने बड़ी तेजी से उस पर काम किया है. उन्होंने कहा कि इसमें आईपीएच का विभाग हो या लोक निर्माण विभाग, इनमें जो भी नुकसान हुआ है अधिकारियों ने उसको जल्द मरम्मत कर शुरू किया है. 


ये भी पढ़ें- Scrub Typhus: सोलन में स्क्रब टाइफस के 11 मामले आए सामने, तीन की हुई मौत


कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में प्रशासन और नेता लोगों के साथ खड़े रहे हैं. यह एक अच्छा संदेश जनता में गया है कि आपदा की घड़ी में खुद हिमाचल के मुख्यमंत्री जगह-जगह जा रहे हैं और आपदा से हुए नुकसान का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बार आपदा से हुए नुकसान को देखते हुए राहत कार्यों को लेकर जो अतिरिक्त साधन और संसाधन हैं उसमें भी बढ़ोतरी की गई है जो कि पहली बार हुआ है.


उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से 12 से 13 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. केंद्र से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और अन्य अधिकारी भी हिमाचल आए और उन्होंने आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया है, उन्होंने आपदा की इस घड़ी में हिमाचल को राजनीति से ऊपर उठकर मदद करने की आवश्यकता बताया है. 


ये भी पढ़ें- हिमाचल प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा आदर्श स्वास्थ्य केंद्र


वहीं उन्होंने गगरेट विधानसभा क्षेत्र के भारी बरसात के क्षतिग्रस्त हुए जोह संधानी पुल को नाबार्ड के तहत पक्का बनाए जाने की भी बात कही. पठानिया ने कहा कि अगली बरसात से पहले इस ब्रिज को बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इससे पहले अगर जरूरी हुआ तो इस पर बैली ब्रिज बनकर लोगों को सुविधा दी जाएगी.


WATCH LIVE TV