देवेंद्र वर्मा/नाहन: हिमाचल प्रदेश के सीमावर्ती जिला सिरमौर में राज्य कर एवं आबकारी विभाग शराब तस्करी को लेकर पूरी तरह सक्रिय हो गया है. पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अलग-अलग स्थानों पर 16,000 लीटर लाहन को नष्ट किया है, जिसका इस्तेमाल कच्ची शराब बनाने में किया जाता था. बता दें, सिरमौर जिला के सीमावर्ती क्षेत्र में बड़ी मात्रा में अवैध तरीके से कच्ची शराब तैयार की जाती है. इन इलाकों में तैयार होने वाली शराब की सप्लाई पड़ोसी राज्य उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में की जाती है. यहां चुनावी समय में शराब की डिमांड और ज्यादा बढ़ जाती है. 


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घने वन क्षेत्र में जाकर बरामद की 16,000 लीटर लाहन 
जिला सिरमौर के राज्य कर एवं आबकारी उपायुक्त हिमांशु पंवर ने बताया कि विभाग द्वारा यह कार्रवाई सीमावर्ती क्षेत्र में अमल में लाई गई है. यहां टोका के जंगल में अवैध तरीके से शराब बनाई जा रही थी. टीम ने घने वन क्षेत्र में 6 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर 2 अलग-अलग स्थानों पर लाहन बरामद कर उसे नष्ट किया है. इसके साथ ही बताया कि लाहन तैयार करने में इस्तेमाल की जाने वाली शराब भट्टियों को भी नष्ट किया गया है. मौके से करीब 16,000 लीटर लाहन बरामद हुई है. 


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शराब तस्करी पर पूरी तरह नजर बनाए हुए है राज्य कर एवं आबकारी विभाग
चुनावी समय के बीच राज्य कर एवं आबकारी विभाग शराब तस्करी पर पूरी तरह नजर बनाए हुए है. विभाग द्वारा अभी तक करीब 17,842 लीटर शराब और लाहन बरामद की जा चुकी है, जिसकी कीमत करीब 23 लाख 78 हजार रुपये है. पड़ोसी राज्य उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 19 अप्रैल को पहले चरण में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. ऐसे में सीमावर्ती जिला सिरमौर की सीमाओं पर राज्य कर एवं आबकारी विभाग के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों की पुलिस व अन्य सुरक्षा बल भी किसी भी प्रकार की तस्करी को लेकर अलर्ट मोड पर है. 


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