समीक्षा कुमारी/शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र का आज पांचवा दिन है. पांचवे दिन सदन की कार्यवाही शुरू हो गई है. प्रश्नकाल से पहले विपक्ष ने आउट सोर्स कर्मियों के मुद्दे पर नियम 67 के तहत काम रोको प्रस्ताव की मांग की. वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ने इसके महत्त्व को देखते हुए प्रस्ताव निरस्त कर दिया, जिस पर विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया.  


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कोरोना काल में काम कर रहे कर्मचारियों की सैलरी पर बोले सीएम सुक्खू
वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि छह महीने से सैलरी नहीं मिलने के विपक्ष ने झूठे आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लगे कर्मचारियों को पहले तीन महीने का एक्सटेंशन दिया गया. इसके बाद दोबारा तीन महीने की सेवा विस्तार दिया गया. उन्होंने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारी जरूरत के हिसाब से रखे जाएंगे.


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आउटसोर्स कर्मचारियों को मिली पूरी सैलरी- सीएम सुक्खू 
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि 30 जून तक की आउटसोर्स कर्मचारियों को पूरी सैलरी मिल चुकी है. 30 सितंबर तक इनकी एक्सटेंशन की फाइल भी मूव हो गई है. इसकी सैलरी भी जल्द दे दी जाएगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष बिखरा-बिखरा नजर आ रहा है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि जब से सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री बने हैं, तब से विपक्ष के नेता ने जोर-जोर से झूठ बोलने की आदत डाली है. उन्होंने कहा कि BJP विधायक खजल हो गए हैं. उनकी बात ही नहीं सुनी जा रही. 


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करीब 10 हजार आउटसोर्स कर्मचारियों से छीना रोजगार
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि 10 हजार के करीब आउटसोर्स कर्मचारियों को निकाल दिया गया है. इनमें से अकेले स्वास्थ्य विभाग से 2000 कर्मचारी हटाए गए हैं. जिन्होंने कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया, उन्हें बाहर किया जा रहा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि कम से कम ऐसे लोगों पर तो दया करो, नहीं तो पाप लगेगा. 


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