Shimla Weather Update: हिमाचल प्रदेश में दक्षिण पश्चिम मानसून ने एंट्री करते ही कहर मचा दिया है. शिमला में काफी जानमाल को हानि पहुंची है. इस बार पिछले साल की तुलना में देरी से पहुंचा मानसून द्वारा भूस्खलन, मलबे से भरी नुकसान हुआ है. शिमला के शहर  मल्याणा, भट्ठाकुफर, मिनी कुफ्टाधार, चमियाना स्थानों पर नुकसान हुआ है. घरों में पानी घुस गया है और रास्ते बंद हो गए हैं. लोक निर्माण विभाग की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला. फ़िलहाल (Himachal pradesh landslide) सड़क को खोलने का काम जारी है.


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भारी बारिश का येलो अलर्ट
दरअसल मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से प्रदेश के कई भागों में आज से लगातार सात दिनों तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. 


दो गाड़ियां बिल्कुल चकनाचूर 
इस भूस्खलन में चमियाना में सड़क के किनारे खड़ी  तीन गाड़ियां मलबे में दब गईं और मल्याणा में पहाड़ी से बड़ी चट्टानें चार गाड़ियों पर गिर गईं. इससे दो गाड़ियां बिल्कुल चकनाचूर हो गई. वही दूसरी तरफ भट्टाकुफर में  सड़क किनारे पार्क के पास खड़ी कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. गाड़ियों को बाहर निकलने का काम शुरू हो गया है.


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मलबा आने से मिनी कुफ्ताधार का रास्ता नाले में बदल गया. डंगा गिरने से रास्ते ब्लॉक हो गए और शहर की ईदगाह कॉलोनी को भी भरी नुकसान पहुंचा है, ऐसा बताया जा रहा है. इसके साथ ही  खलीनी में भी भूस्खलन और जुन्गा रोड पर बारिश का पानी घरों के अंदर तक चला गया. गनीमत ये रही कि इस लैंडस्लाइड (Himachal pradesh landslide) में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ.


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कुनिहार-नालागढ़ मार्ग गुरुवार देर रात हुई भारी बारिश से बंद हो गया है. इसमें एक बार फिर से गंबर पुल के पास काफी मात्रा में मलबा आया है. वहीं पुल को भी खतरा हो गया है. तीन दिन पहले यहीं पर बादल फटने से काफी नुकसान हुआ था. फिलहाल लोक निर्माण विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है. सड़क को खोलने का काम जारी है.