Himachal Weather News: हिमाचल में बर्फबारी का इंतजार कर रहे सैलानियों को अभी पहाड़ों पर बर्फबारी देखने के लिए कुछ और इंतजार करना होगा. प्रदेश के कुछ चुनिंदा ऊंचाई वाले इलाकों छोड़ दें, तो पूरे प्रदेश में आने वाले पूरे सप्ताह में मौसम साफ बना रहेगा. 


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हालांकि जिला लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा के कुछ इलाकों में हल्की बराबरी दर्ज की जा रही है लेकिन ज्यादातर इलाकों में मौसम साफ बना हुआ है. मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि 4 और 6 दिसंबर और 11 और 12 दिसंबर को लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा के उंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होगी. लेकिन इस दौरान भी प्रदेश के ज़्यादातर हिस्सों में मौसम साफ बना रहेगा. 


वहीं, 8 दिसंबर के बाद कल्लू की ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी देखने को मिल सकती है, लेकिन शिमला में आने वाले पूरे सप्ताह बर्फबारी की कोई संभावना नहीं है. मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि 4 दिसंबर के बाद ऊंचाई वाले इलाकों में तीन से चार डिग्री की गिरावट तापमान में दर्ज की जाएगी, तो वहीं 5 दिसंबर के बाद प्रदेश के मध्यवर्ती और निचले इलाकों के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री की गिरावट देखी जाएगी. वहीं नवंबर महीने में प्रदेश में सुखी जैसे हालात बने हुए हैं पूरे महीने में 0.2 mm बारिश दर्ज की गई जो बीते 124 वर्षों के इतिहास में सातवीं बार है.


वहीं, सर्दियों के मौसम में संभावित बर्फबारी वाले क्षेत्रों में सड़कों के रखरखाव को लेकर विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. ताकि बर्फबारी के दौरान सड़के अवरुद्ध न हो और लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. 


मीडिया से बात करते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग के अधीक्षण अभियंता इंजीनियर अरविंद कुमार ने बताया कि जिला सिरमौर के कुछ क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है, जिसमें राजगढ़ नोहराधार हरिपुरधार शिलाई संगड़ाह और कुछ क्षेत्र पच्छाद का शामिल है. उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में बर्फबारी संभावित क्षेत्रों में सड़कों की कुल लंबाई 600 किलोमीटर है, जिसमें से 400 किलोमीटर की सड़कें ऐसी है जहां पर भारी बर्फबारी होती है.


उन्होंने बताया कि बर्फबारी संभावित क्षेत्रों में सड़कें अवरुद्ध न हो इसके लिए विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में अधिक बर्फबारी होती है. उन क्षेत्रों में फिलहाल 7 जेसीबी और 4 डोजर तैनात किए जा चुके हैं.


इसके अलावा आवश्यकता पड़ने पर अन्य स्थानों पर विभाग की तैनात मशीनरी को भी यहां शिफ्ट किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि अगर ज्यादा बर्फबारी होती है तो प्राइवेट मशीनरी को भी हायर किया जा सकता है.