रिकार्ड मतों से अनुराग ठाकुर को हमीरपुर की जनता दिलाई जीत, 5वीं बार बनेंगे सांसद- IPL Chairman अरुण धूमल
IPL Chairman Arun Dhumal: अनुराग ठाकुर के भाई और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चेयरमैन अरुण धूमल से ज़ी मीडिया की टीम ने खास बात चीत की. पढ़ें पूरी खबर...
IPL Chairman Arun Dhumal Interview: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के चेयरमैन और अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) के भाई अरुण धूमल (Arun Dhumal) ज़ी मीडिया की टीम ने खास बात चीत की. इस दौरान अनुराग ठाकुर के नामांकन, उनकी खेल जगत में रुची सहित कई विषयों पर सवाल पूछे गए हैं. इस खबर में पढ़िए अरुण धूमल ने अनुराग ठाकुर की लोकसभा में जीत को लेकर क्या-क्या कहा.
रिपोर्टर- अनुराग ठाकुर ने आज अपना नामांकन भरा...ऐसे में जीत को लेकर क्या लग रहा?
अरुण धूमल- बड़े गौरव की बात है कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को प्रतिनिधित्व प्रेम कुमार धूमल जी ने किया. वहीं, अनुराग ठाकुर पांचवी बार यहां से नामांकन करके आए हैं. ऐसे में पूरा विश्वास है कि वो भारी मतों से इस सीट पर जीत कर आएंगे.
वहीं, उन्होंने कहा कि हमारे परिवार तो काफी कर्ज है. हमीरपुर की जनता का क्योंकि जनता ने धूमल जी और अनुराग ठाकुर का काफी ज्यादा साथ दिया है. उनपर भरोसा जताया है. वहीं, दोनों ने भी हमीरपुर के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है . जो विकास आज लोकसभा क्षेत्र में हुआ है या पूरे हिमाचल प्रदेश में हुआ है. वो सब प्रेम कुमार धूमल और अनुराग ठाकुर की देन है. ऐसे में जनता का जो जोश है. वो रैली में हो या नामांकन के दौरान, उससे पूरी उम्मीद है कि अनुराग ठाकुर इस बार 5 लाख वोटों से रिकॉर्ड जीत दर्ज करेंगे.
रिपोर्टर- बीसीसीआई के पदाधिकारी और आईपीएल के चेयरमैन होने के नाते क्या कभी आपने अनुराग ठाकुर से खेल के क्षेत्र को लेकर कोई डिमांड की?
अरुण धूमल ने इसपर जबाव देते हुए कहा कि नहीं, कभी अनुराग ठाकुर से ऐसे कोई डिमांड करने की कभी जरूरत नहीं पड़ी. उन्होंने काफी ज्यादा खेलो के क्षेत्र में काम किया है. अनुराग ठाकुर खुद बेहद अच्छे खिलाड़ी हैं. अंडर-19 में टीम इंडिया के लिए खेले. पंजाब की रंजीत ट्रॉफी में थे. हिमाचल रंजीत टीम में रहे, लेकिन 21 साल की आयु में बिजनेस ज्वाइन करना था, लेकिन अगर वो आज खेल जगत में होते तो वो देश के लिए खेलते.
उन्होंने ये भी बताया कि भगवान की कृपा से उन्हें 25 साल की उम्र में Himachal Pradesh Cricket Association की कमान संभालने का मौका मिला. यहां के यंगेस्ट अध्यक्ष बने. अनुराग ठाकुर ने तो संकल्प लिया था कि चाहे मैं भारत के लिए नहीं खेल पाया, लेकिन ऐसा इंफ्रास्टरक्चर हिमाचल प्रदेश में तैयार करूंगा और ऐसे खिलाड़ियों का तैयार करूंगा कि वो आज ना केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए खेले.