शिमला: हिमाचल प्रदेश के मौजूदा हालात पर पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि केंद्र सरकार राज्य की आपदा में पूरा सहयोग कर रही है. चाहे आर्थिक सहायता की बात हो या अन्य जरूरी संसाधनों की, जिस भी संसाधन की जरूरत पड़ी है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह ने तुरंत उपलब्ध करवाई है. राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीमें भेजी गई हैं. वायुसेना को भी राहत कार्य में लगाया गया है. हेलीकॉप्टर से लेकर बीआरओ जी जान से काम कर रहे हैं. 


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जयराम ठाकुर ने कहा कि हफ्ते भर में आपदा राहत के तहत 364 करोड़ रुपये की दो किश्त जारी की गई हैं. बहुत जल्द तीसरी किश्त भी जारी कर दी जाएगी. सोमवार को केंद्र की टीम आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने आ रही हैं. उन्होंने कहा कि आपदा नुकसान के आंकलन के आधार पर ही केंद्र सरकार भावी मदद की योजना बनाती है. सेना, एनएचएआई आज भी अपने काम में जुटी हुई हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि केंद्र सरकार की तरफ से अभी तक कोई वित्तीय राहत नहीं मिली है जो कि शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण बयान हैं. 


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नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार इधर-उधर की बातें करने के बजाय बाढ़ प्रभावितों को राहत देने का काम करे, क्योंकि अभी तक लोगों तक कोई राहत नहीं पहुंच पाई है. उन्होंने दो जिलों का दौरा किया है वहां के हालात बहुत बुरे हैं, जिन लोगों के घर बर्बाद हो गए हैं, उन लोगों को तंबू तक नहीं मिला हैं.


बिजली पानी और संचार व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई है. एक हफ्ते से ज्यादा समय हो गया है बाढ़ प्रभावितों को अभी भी पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. इसके साथ ही कहा कि आपदा में भी डीजल का दाम बढ़ाकर प्रदेश के लोगों पर बोझ डालने वाले मुख्यमंत्री केंद्र पर सिर्फ बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं, उन्हें बेबुनियाद आरोप लगाने के बजाय राहत और पुनर्वास के कार्यक्रमों पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि कई ऐसी जगहें हैं जहां अभी तक कोई भी सरकारी सहायता ही नहीं पहुंची है. लोग अभी भी शासन-प्रशासन की राह देख रहे हैं. 


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जयराम ठाकुर ने कहा कि मंत्रियों को बाढ़ प्रभावित इलाके में जाकर राजनीति करने की बजाय राहत कार्यों पर ध्यान देना चाहिए. अब जमीन स्तर पर काम होना चाहिए. बाढ़ प्रभावितों से मिलने पर पता चलता है कि अभी तक सरकार ने क्या काम किए हैं. इस आपदा में लोगों को कोई राहत नहीं मिल पा रही है. मंत्रियों को एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए और समन्वय के साथ काम करना चाहिए, लेकिन वह जुबानी जंग में लगे हैं और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू केंद्र सरकार पर जुबानी हमला करने में लगे हैं.


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