Himachal Pradesh Vidhansabha Election 2022:  साल 2022 के आखिरी में हिमाचल प्रदेश में विधानसभा (Himachal Chunav) के चुनाव होने वाले हैं. जिसकी तारीखों की ऐलान किसी भी वक्त हो सकती हैं. बता दें, हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीट हैं. चुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं. यहां तक की प्रधानमंत्री भी चुनाव से पहले हिमाचल का दौरा कर रहे हैं. 13 अक्टूबर को भी वह हिमाचल दौरे पर थे. वहीं कांग्रेस ने भी कमर कस ली है. 14 अक्टूबर को प्रियंका गांधी सोलन में जनसभा को संबोधित करेंगी और अपनी चुनावी यात्रा की शुभारंभ करेंगी.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

देहरा विधानसभा सीट पर सभी पार्टियों की निगाहें, 2017 चुनाव में निर्दलीय ने लहराया था परचम


पिछले चुनावों की बात करें तो प्रदेश में अब तक कांग्रेस (Himachal Congress) और बीजेपी (BJP Himachal) का ही कब्जा रहा है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी (AAP Himachal) ने भी चुनावी बिगुल बजा दिया है. दिल्ली और पंजाब में जीत हासिल करने के बाद 'आप' अब हिमाचल में जीतने के लिए अपनी तैयारी कर रही है. 


बैजनाथ विधानसभा सीट पर कांग्रेस-BJP दोनों का रहा राज, जानें क्या है इतिहास


फिलहाल जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं वैसे-वैसे चुनाव को लेकर प्रदेश में अब बड़े-बड़े नेताओं का आना-जाना भी शुरू हो गया है. वहीं, पार्टी कार्यकर्ता भी हर दिन रैली कर लोगों के सामने अपने वादे बता रहे हैं. वहीं दूसरी ओर नेताओं का एक पार्टी छोड़ दूसरी पार्टी में शामिल होने का काम भी लगातार जारी है. ऐसे में हम आपको हम हर दिन प्रदेश की एक-एक विधानसभा सीट का हर अपडेट और राजनीतिक समीकरण बता रहे हैं. आज के इस खबर में हम आपको बताएंगे कांगड़ा जिले की जसवां परागपुर विधानसभा सीट (Jaswan Pragpur Vidhansabha Seat) के बारे में.


जसवां परागपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सीट नंबर 11 है. इस विधानसभा सीट पर साल 2017 में बिक्रम सिंह ने जीत हासिल की थी. वह बीजेपी से है. वहीं 2012 विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस सीट पर भाजपा के बिक्रम सिंह ने ही अपनी जीत दर्ज की थी.  यानी की पिछले दो चुनाव में कांग्रेस ने इस सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई है. 


जवाली विधानसभा सीट पर BJP-कांग्रेस दोनों की है मजबूत पकड़, AAP लगा सकती है सेंध!


बता दें, साल 2017 में इस सीट पर कुल 46.32 प्रतिशत वोट पड़े थे. बिक्रम सिंह ने भारतीय कांग्रेस के सुरिंदर सिंह मनकोटिया को 1862 वोटों के मार्जिन से हराया था. किसी भी पार्टी को जितने के लिए कांगड़ा में अपनी पकड़ मजबूत करनी होगी, क्योंकि कांगड़ा की 15 विधानसभा सीट चुनाव में बड़ी भूमिका निभा सकती है. जसवां परागपुर सीट पर फिलहाल बीजेपी का ही कब्जा रहा है. 


जातिगत समीकरण
जातिगत समीकरण की बात करें, तो जसवां परागपुर विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति के मतदाता हैं. करीब 25 फीसद अनुसूचित जाति के वोटर्स इस सीट पर हैं. वहीं करीब 2 फीसदी के करीब मुस्लिम वोटर्स हैं.  वहीं अनुसूचित जाति के बाद सबसे ज्यादा राजपूत वोटर्स की संख्या है, जो चुनाव में नतीजे को बदल सकती है. बता दें, यह सीट पूरी तरह से ग्रामीण हैं. 


Watch Live