Kangra News: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के फतेहपुर व इंदौरा के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित है. ऐसे में जिले में पिछले 3 दिनों से लोगों को बचाने का काम किया जा रहा है. जिसके लिए आर्मी, एयरफ़ोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान लगातार काम कर रहे हैं. वहीं सीएम सुक्खू ने भी कांगड़ा का दौरा बुधवार को जिले का दौरा किया. 



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ऐसे में ताजा जानकारी देते हुए, कहा कि हेलीकॉप्टरों और मोटर नौकाओं का उपयोग करके कांगड़ा जिले के निचले गांवों से 1100 से अधिक लोगों को निकाला गया है. रोजगार की तलाश में बिहार और उत्तर प्रदेश से हिमाचल प्रदेश आए कई प्रवासी मजदूरों को भी सुरक्षित स्थानों और राहत शिविरों में सुरक्षित स्थानांतरित कर दिया गया. साथ ही सीएम ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से उन लोगों से मिला और सुना जो इस त्रासदी से विस्थापित हुए थे. 


वहीं, IAF अधिकारी ने कहा कि पिछले 48 घंटों में, पश्चिमी वायु कमान के हेलीकॉप्टरों ने 50 से अधिक उड़ानें भरीं और हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में कई नागरिकों को बचाया.  


इसके साथ ही अगर शिमला में हुए लैंडस्लाइड की बात करें, तो इसपर हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह का कहना है, कृष्णानगर घनी आबादी वाला इलाका है और यहां बड़े पैमाने पर तबाही हुई है.  करीब 250 परिवारों को सामुदायिक केंद्रों में रखा गया है.  स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग बंद हैं.  हम पर्यटकों से अपील करेंगे. अगर वे हिमाचल प्रदेश की यात्रा कर रहे हैं तो सतर्क रहें. हम सड़कों और बुनियादी ढांचे को बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. 


वहीं, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला का कहना है, राज्य सरकार हर संभव मदद प्रदान कर रही है. हम सभी जल्द से जल्द हर संभव सहायता प्रदान करने में लगे हुए हैं. एसडीएम को घरों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए बचे हुए पेड़ों को काटने का आदेश दिया गया है. साथ ही कहा कि लगभग 250 इस आश्रय गृह और सामुदायिक केंद्र में 300 परिवार रह रहे हैं. 


इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति पर प्रमुख सचिव,आपदा प्रबंधन ओंकार चंद शर्मा ने कहा कि, शिमला में जुलाई की तुलना में 13,14 और 15 अगस्त के दौरान अधिक नुकसान हुआ है. मरने वालों की संख्या 71 है और 7,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.  यह अनुमान बढ़ सकता है क्योंकि अब लोग बचाव और राहत कार्यों में लगे हुए हैं. विस्तृत अनुमान लगाने में समय लगेगा. हमने 2,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है.