Vaishno Devi: वैष्णो देवी जा रहे श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खबर, अब यात्रा पर्ची से नहीं होंगे मां के दर्शन
Mata Vaishno Devi Yatra Parchi: 1986 से माता वैष्णो देवी (Vaishno Devi) के दर्शन के लिए यात्री पर्ची (Yatra Parhi) बनावाई जाती है. जिसे अब बंद कर दिया गया है. अब भक्तों को माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए यात्रा पर्ची के बजाय आधुनिक आरएफआईडी टैग (RFID Tag) दिया जाएगा.
Mata Vaishno Devi Yatra Parchi: जम्मू स्थित माता वैष्णो देवी जा रहे भक्तों के लिए अच्छी खबर है. कटरा में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (Mata Vaishno Devi Shrine Board) ने साढ़े तीन दशकों से चले आ रहे वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जरूरी यात्रा पर्ची सिस्टम को खत्म कर दिया है. अब यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए आरएफआईडी टैग (RFID Tag) की व्यवस्था शुरू की गई है. इसके अलावा साल के आखिरी तक माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर में श्राइन बोर्ड स्काई वॉक (Shrine Board Sky Walk) बनाया जा रहा है, ताकि भीड़ को कंट्रोल किया जा सके.
बता दें, 1986 से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए यात्री पर्ची बनावाई जाती है. जिसे अब बंद कर दिया गया है. अब भक्तों को माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए यात्रा पर्ची के बजाय आधुनिक आरएफआईडी टैग दिया जाएगा. इसके बिना आप दर्शन नहीं कर पाएंगे.
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दरअसल, 31 दिसंबर और 1 जनवरी के समय वैष्णो देवी में ज्यादा भीड़ हो जाने के कारण भगदड़ मच गई थी, जिसमें कई श्रद्धालु मारे गए थे और कई घायल हुए थे. ऐसे में इस घटना के बाद से सुरक्षा को लेकर कमेटी बनाई गई थी, ताकि यात्रा के लिए बेहतर संचालन हो सके.
श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने बताया कि अब तीर्थयात्रियों के लिए आरएफआईडी से लैस यात्रा एक्सेस कार्ड पेश किए गए हैं. साथ ही यात्रा को सही रूप से चलाने के लिए सीसीटीवी कवरेज भी किया जाएगा.
क्या है RFID?
आरएफआईडी का पूरा नाम रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन है. इससे रेडियो तरंगों की फ्रीक्वेंसी पर आइडेंटिफिकेशन की जाती है. इस सिस्टम का उपयोग स्वचालित रूप से सामान और शख्स की पहचान और उन्हें ट्रैक करने के लिए किया जाता है.
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