विपन कुमार/धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक लाइसेंस वाले हथियार जिला कांगड़ा में हैं. आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो करीब 18 हजार हथियार लोगों के पास हैं. प्रदेश में होने जा रहे लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सभी हथियारों को जमा करवाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. शनिवार तक जिला कांगड़ा में 4 हजार हथियार जमा हो चुके हैं. 


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जिला पुलिस ने चुनावों के मद्देनजर हथियार जमा करवाने के लिए 10 अप्रैल तक की समय अवधि तय की है. चुनावों के दौरान हथियार जमा करवाना आदर्श आचार संहिता के मद्देनजर अनिवार्य है. ऐसे में हथियार धारक को अपने हथियार संबंधित पुलिस चौकी या थाना में जमा करवाने होंगे. इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से आदेश भी जारी किए गए हैं. उल्लंघना करने पर आईपीसी की धारा 188 के तहत एफआईआर दर्ज होगी. 


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पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान भी जिला कांगड़ा में इसी संदर्भ में 14 एफआईआर दर्ज हुई थीं. हथियार जमा न करवाने वालों के लाइसेंस भी आने वाले समय के लिए रद्द किए जा सकते हैं या फिर पुलिस ही हथियार को जमा कर ले. जिला पुलिस की ओर से लोगों को हथियार जमा करवाने के लिए पंचायत प्रधानों के माध्यम से भी सूचित किया जा रहा है. इसके लिए हर पुलिस थाना व पंचायत के आधार पर सूची तैयार की गई है कि किस क्षेत्र के किस और कितने लोगों को हथियार इश्यू हुए हैं. 


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एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि चुनावों के मद्देनजर हथियार जमा करवाने की अंतिम तिथि 10 अप्रैल तय की गई है. पुलिस स्पोटर्समैन जो कि राइफल स्पोटर्स में यूज करता हो या फिर कोई डिफेंस रिलेटेड एक्टिविटी में शामिल है तो ऐसे लोग अलग से हथियार अपने पास रखने के लिए एप्लीकेशन दे सकते हैं. इसके लिए स्क्रीनिंग कमेटी बनाई गई है, जो कि फेस टू फेस आधार पर तय करेगी कि किन मामलों में छूट देना जरूरी है. ऐसे मामलों को स्वीकार भी किया जा रहा है. इसके अलावा अन्य लोगों को अपने लाइसेंसशुदा हथियार जमा करवाने होंगे.


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