Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में मौसम का कहर लगातार जारी है. प्रदेश में प्रकृति के इस प्रकोप ने इस कदर कहर भरपाया पाया है कि लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है.  इसी बीच जिला मंडी के सरकाघाट की बात करें तो डर के साए में लोग जीवन जीने के लिए मजबूर हो चुके हैं. उपमंडल सरकाघाट के पटड़ी घाट और कलखर के रोते बिखलते सैकड़ों ये लोग भूस्खलन की चपेट में इनके आशियाने टूट जाने से बेबस दिख रहे हैं. 


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कलखर में 14 परिवारों के घर भूस्खलन की चपेट में आ चुके हैं जिसमें 4 परिवारों के घर पूरी तरह मलबे में तहस नहस हो गए हैं. और अन्य के घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आने के कारण घरों को छोड़ना पड़ा और अभी ये सब लोग कलखर के हाई स्कूल में अस्थाई रूप से रह रहे हैं.


वहीं, एक महिला प्रेम लता ने घर टूट जाने पर अपना दर्द बंया किया. दर्द बताते हुए महिला कि आँखों से आंसू आ गए, प्रभावित लोगों ने कहा कि ऐसा मंजर हमने कभी नहीं देखा, जिस जगह हमने घर बनाया है वो हमारे पूर्वजों का है, लेकिन आज तक कभी ऐसा मंजर नहीं देखा 13 अगस्त को जब भूस्खलन हुआ तो खिड़की से बच्चों को बाहर निकाला. खुद की जान बचा कर भागे, लेकिन भैंस और बैलों को गौशाला से नहीं बचा पाए. 


प्रशासन के द्वारा हमें स्कूल में रहने के लिए जगह दी गई. खाने पीने का पूरा ध्यान रखा जा रहा है, लेकिन कब तक हम स्कूल में रहेंगे, बच्चों के स्कूल सुचारू रूप से चलेंगे, तो हम कहां जाएंगे क्योंकि हमारे पास घर बनाने के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं बची है. पूरी उम्र का सारा पैसा हमारा घर बनाने में जाता है, लेकिन अब हम बेघर हो चुके हैं. प्रभावितों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें घर