Himachal Pradesh में हो रहे विधानसभा उपचुनाव के जिम्मेदार हैं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू!
Nalagarh News: पूर्व विधायक व भाजपा प्रत्याशी कृष्ण लाल ठाकुर के नामांकन के बाद आज नालागढ़ में विशाल जनसभा का आयोजन किया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा.
नंदलाल/नालागढ़: हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय विधायक कृष्ण लाल ठाकुर द्वारा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद 10 जुलाई को उपचुनाव होने वाले हैं, जिसे लेकर नालागढ़ से भाजपा प्रत्याशी कृष्ण लाल ठाकुर ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया और नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद नालागढ़ के ओल्ड बाई स्कूल में एक जनसभा का भी आयोजन किया था, जिसमें भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की थी और कृष्ण लाल ठाकुर के लिए चुनाव प्रचार किया.
जयराम ठाकुर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एक बार नालागढ़ की जनता कृष्ण लाल ठाकुर को विधानसभा में भारी बहुमत से जीता कर भेजे और उसके बाद हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार बनना लगभग तय है. यहां उन्होंने कृष्ण लाल ठाकुर को अपनी सरकार बनते ही बहुत बड़ा दायित्व देने का भी इशारा किया है.
ये भी पढ़ें- BSNL के माध्यम से एसएमएस जारी करके रोल नंबर और एग्जाम सेंटर की दी जाएगी जानकारी
वहीं जयराम ठाकुर ने प्रदेश की मौजूदा कांग्रेस सरकार पर भी जमकर हल्ला बोला और कहा है कि अगर प्रदेश में उपचुनावों की स्थिति पैदा हुई है तो उसके जिम्मेदार मात्र प्रदेश का मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ठाकुर हैं, जिन्होंने अपने ही विधायकों की अनदेखी की और वे इतने मजबूर हो गए कि 9 विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि विधानसभा स्पीकर द्वारा कहा गया था कि 6 विधायकों की गर्दन तो धड़ से अलग कर दी गई और बाकी तीन पर अभी आरी लटक रही है. उन्होंने इस तरह की शब्दावली पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने अपनी गरिमा को लांग दिया है.
उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह बावा को तो नहीं जानते हैं, लेकिन उनके बारे में बहुत कुछ सुना है. नालागढ़ क्षेत्र से उनका कोई भी तालुकात नहीं है और यहां के रहने वाले लोगों को रहने के लिए कहा है कि यहां के रहने वाले लोगों का ही समर्थन करें और वह ही उनके दुख सुख में खड़े होंगे. बाहरी व्यक्ति कभी भी यहां से रफू चक्कर हो सकता है और क्षेत्र के दुख सुख में उन्हें किसी भी प्रकार का कोई लेना देना नहीं होता है. वे केवल अपनी राजनीति के लिए यहां आते हैं और जब उनका उल्लू सीधा हो जाता है तो यहां से चले जाते हैं.
WATCH LIVE TV