Himachal: चैत्र मास मेलों में इस बार NCC व NSS भी संभालेंगी मोर्चा, लहराएगा 50 फीट का इलैक्ट्रिक फ्लैग
Hamirpur News in Hindi: प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालकनाथ मंदिर में चैत्र मास मेलों इस बार NCC व NASS भी मोर्चा संभालेगी. 13 मार्च से शुरू ये मेला शुरू होगा.
Hamirpur News: उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालकनाथ मंदिर में चैत्र मास मेलों के दौरान पहली बार एनएसएस तथा एनसीसी कैडेट्स की भी सेवाएं ली जाएंगी. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने यह प्लान तैयार किया है.
चैत्र मास मेलों में एनसीसी तथा एनएसएस की तैनाती से एक तो उनका प्रैक्टिकल वर्क हो जाएगा, तो वहीं श्रद्धालुओं को भी बेहतर सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही इस बार मंदिर में इलेक्ट्रिक झंडा लगाया जाएगा. एक श्रद्धालु ने बाबा के दरबार में 50 फीट का इलेक्ट्रिक झंडा चढ़ाया है. इस झंडे को प्रशासन मंदिर में स्थापित करेगा. इसके साथ ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे.
गौरतलब है कि हमेशा की तरह इस बार भी 13 मार्च से लेकर 14 अप्रैल 2014 तक चैत्र मास मेलों का आयोजन किया जाएगा. कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं. इसके साथ ही चैत्र मास मेलों में लगने वाली अस्थाई दुकानों के दुकानदारों के लिए अस्थाई शौचालयों की भी व्यवस्था की जाएगी.
उपायुक्त हमीरपुर अमरजीत सिंह ने बताया कि विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर चैत्र मास मेलों के सफल संचालन हेतू योजना तैयार की गई है. उन्होंने बताया कि विभागों को इंतजाम करने संबंधित टारगेट दिए गए हैं, जिनके अनुरूप काम शुरू कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि कुछ चीजें रूटीन से हटकर की जाएंगी. एक श्रद्धालु द्वारा यहां चढ़ाए गए इलेक्ट्रिक झंडे को लगाया जाएगा. वहीं एनसीसी व एनएसएस स्वयंसेवियों की सेवाएं भी चैत्र मास मेलों के दौरान की जाएंगी. इसके लिए स्कूलों तथा कॉलेजों से संपर्क स्थापित किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि वालंटियर्स को लोकेशन आवंटित की जाएंगी ताकि वह निर्धारित लोकेशन में अपना कार्य करें. उन्होंने कहा कि वालंटियर्स आवंटित लोकेशन में स्वच्छता का ध्यान रखने के साथ ही अन्य कार्यों को अंजाम देंगे. मेला समाप्त होने के उपरांत भी स्वच्छता सहित अन्य कार्य को पूर्ण करने में मदद करेंगे. महिला मंडल, युवक मंडल, ग्राम पंचायतों को इसमें जोड़ा जा रहा है.
उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में पुलिस जवानों को हर वर्ष की तरह तैनात किया जाएगा तथा मेटल डिटेक्टर की भी मदद ली जाएगी. मंदिर परिसर को कई सेक्टर में विभाजित किया जाएगा तथा सेक्टर प्रभारी बनाए जाएंगे. सेक्टर प्रभारी अपने अधीन आने वाले क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा को सुनिश्चित करेंगे.
रिपोर्ट- अरविंदर सिंह, हमीरपुर