Paonta Sahib: फैक्ट्री के प्रदूषण के खिलाफ पावंटा साहिब में ग्रामीणों ने किया विरोध, कही ये बात
Paonta Sahib News in Hindi: पावंटा साहिब के धौलाकुआं में स्टील फैक्ट्री के विरोध में ग्रामीण पिछले 25 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं. आरोप है कि इस फैक्ट्री में टायरों के तार जलाए जाते हैं. जिससे बेहद जहरीला काला धुआं निकलता है.
Paonta Sahib News: पावंटा साहिब के धौलाकुआं में स्टील फैक्ट्री के विरोध में चार गांव के ग्रामीण पिछले 25 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं. जबकि भूख हड़ताल शुरू किए 5 दिन हो गए हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि फैक्ट्री में कई टन टायरों की प्रतिबंधित काली तार जलाई जाती है. इसके धुएं से क्षेत्र में बेहद प्रदूषण हो रहा है. प्रदूषण विभाग और स्थानीय प्रशासन पर्यावरण के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है.
दरअसल पावंटा साहिब विकास खंड की तीन पंचायतों रामपुर भारापुर, पड़डूनी और धौला कुआं के लोग महिलाओं और बच्चों सहित पिछले 25 दिनों से एक स्टील उद्योग के खिलाफ धरने पर बैठे हैं.
ग्रामीणों का आरोप है कि इस फैक्ट्री में टायरों के तार जलाए जाते हैं. जिससे बेहद जहरीला काला धुआं निकलता है. इस धुएं और फैक्ट्री के सामान्य धुएं से आसपास की तीन पंचायत में लोगों को कैंसर, श्वास और त्वचा से संबंधित कई प्रकार के रोग लग रहे हैं. प्रदूषण से फसलों को भी भारी नुकसान हो रहा है.
फैक्ट्री प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ तीनों पंचायत के लोग पिछले 25 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं. यहां ग्रामीणों ने फैक्ट्री प्रशासन, स्थानीय प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के खिलाफ शव यात्रा भी निकली. इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण विभाग की अर्थियां बनाई. शव यात्रा निकाली और फैक्ट्री के समक्ष अर्थियों का संस्कार किया गया.
इस दौरान लोगों ने प्रशासन और कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. लोगों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक फैक्ट्री के भीतर तार जालना बंद नहीं होता और फैक्ट्री में प्रदूषण नियंत्रण के सभी यंत्र स्थापित नहीं किए जाते तब तक उनका विरोध प्रदर्शन नहीं रुकेगा. आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि प्रदूषण से न सिर्फ फसलें बल्कि नस्लें भी खराब हो रही है. लिहाजा अब ग्रामीण आर पार की लड़ाई में है.
वहीं, दूसरी और ग्रामीण इस बात को लेकर हैरान है कि स्थानीय प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इतने दिनों से उनकी सुद्ध नहीं ले रहा है. जबकि स्टील फैक्ट्री में प्रदूषण फैलाने वाले काले तार जलने की शिकायतें पिछली लगभग 8 साल से लगातार प्रशासन और जिम्मेदार विभागों को दी जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि छुटपुट कार्रवाई के अलावा कंपनी पर कोई भी बड़ा एक्शन नहीं लिया गया है.