Paonta Sahib Snowfall: सीजन के पहले हिमपात से सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. सिरमौर जिले के संगड़ाह क्षेत्र में तीन दर्जन से अधिक पंचायत में बारिश और बर्फबारी के वजह से बिजली गुल हो गई है. क्षेत्र की दर्जनों सके बंद पड़ी हैं. मामूली हिमपात से सड़क और बिजली बंद होने पर स्थानीय लोगों ने प्रशासन के इंतजामों पर सवाल उठाएं हैं. 


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पिछले लगभग 3 महीनों से बारिश नहीं होने की वजह से प्रदेश में सूखे जैसे हालात बन गए थे.  ऐसे में बारिश और बर्फ आई तो किसानों और बागवानों के चेहरे भी खिल गए, लेकिन सीजन की पहली बर्फबारी ढेरों दुश्वारियां भी लेकर आई हैं. सिरमौर जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हुई है. 


फलदार पौधों और खेतों में खड़ी फसलों के लिए यह बर्फ संजीवनी मानी जा रही है,  मगर थोड़ी सी बर्फ से यहां जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बर्फबारी की वजह से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. जिले के संहड़ाह, हरिपुरधार और नोहराधार क्षेत्रों ने लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं. 


लोगों के घरों में दुबकने का कारण सिर्फ ठंड और बर्फ नहीं है.  दरअसल, बर्फ की वजह से जिले की दर्जनों सड़के बंद हो गई है. जबकि तीन दर्जन से अधिक पंचायत में बिजली गुल हो गई है. ऐसे में लोगों को दोहरी परेशानियां झेलनी पड़ रही है. बिजली और यातायात बंद होने की वजह से कामकाज ठप हो गया है. हालांकि पीडब्ल्यूडी विभाग कुछ सड़कों पर यातायात बहाल करने के प्रयास करता नजर आया, लेकिन लगातार बर्फबारी होने से सड़क मार्गों को सुचारू नहीं रखा जा सका. 


जरा सी बर्फबारी ने क्षेत्र में प्रशासनिक इंतजामों की पोल खोल कर रख दी है. स्थानीय लोग इन दुश्वारियां के लिए प्रशासन और विभागों को जिम्मेदार मान रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश और बर्फ की पूर्व सूचना के बावजूद प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किया. जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.


रिपोर्ट-ज्ञान प्रकाश, पांवटा साहिब