NPA बंद होने से पलायन कर सकते हैं हिमाचल प्रदेश के डॉक्टर, शुरू की पेन डाउन स्ट्राइक
NPA: हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग जिलों में इन दिनों NPA को बंद करने का विरोध किया जा रहा है. प्रदेश के जिला अस्पतालों के डॉक्टर्स ने 2 घंटे की पेन डाउन हड़ताल शुरू कर दी है.
अरविंदर सिंह/हमीरपुर: एनपीए बंद करने के विरोध में मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सोमवार को डॉक्टर्स ने 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक की, जो कि अभी लंबे समय तक चलेगी. मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स की हड़ताल का समर्थन रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन और मेडिकल कॉलेज फैकल्टी एसोसिएशन ने भी किया. एसोशिएन के सदस्य भी आज डॉक्टर्स के समर्थन में 2 घंटे कॉलेज परिसर के बाहर काले बैच लगाकर खड़े रहे. हड़ताल के चलते ओपीडी के सभी कमरे खाली पड़े रहे. इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी में ही मरीजों को नियमित स्वास्थ्य सेवाएं मिलीं, जबकि हड़ताल के दौरान सुबह 9 बजे से 11 बजे के बीच ओपीडी में डॉक्टर मौजूद नहीं थे, जिसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी हुई.
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पेन डाउन स्ट्राइक के चलते 2 घंटे बाद हुई मरीजों की जांच
बता दें, सोमवार को मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में मरीजों की संख्या काफी ज्यादा होती है. मरीज सुबह 8 बजे से ही उपचार के लिए अस्पताल में पहुंच जाते हैं. हर सोमवार की तरह आज भी यहां मरीजों की अच्छी-खासी तादाद देखने को मिली. पेन डाउन स्ट्राइक की वजह से मरीज डॉक्टर्स का इंतजार करने के लिए ओपीडी कक्ष के बाहर बैठे रहे. 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक के बाद जब 11 बजे सभी चिकित्सक ओपीडी में पहुंचे तब मरीजों की जांच हुई. हमीरपुर मेडिकल कॉलेज सहित अन्य अस्पतालों में भी 11 बजे तक ओपीडी बंद रहीं. इस दौरान किसी भी मरीज का उपचार नहीं हुआ.
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NPA बंद होने से पलायन को मजबूर हो जाएंगे डॉक्टर
डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज की एससीए की अध्यक्ष शालिनी शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा डॉक्टरों के एनपीए बंद करने की अधिसूचना के खिलाफ आज से 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक शुरू की गई है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से प्रदेश के डॉक्टर्स का भविष्य अंधकार में चला जाएगा. इस फैसले के चलते डॉक्टर पलायन करने पर भी मजबूर होंगे. इसके साथ ही उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार जल्द ही इस अधिसूचना को वापस ले. अगर सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती है तो यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा.
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