Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश में 1 जून को लोकसभा चुनाव होने है ऐसे में प्रदेश की चारों सीटों से भाजपा व कांग्रेस उम्मीदवार जनसभाओं व नुक्कड़ सभाओं के जरिए अपनी अपनी सरकारों की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाकर जनता से वोट मांगने का काम कर रहे हैं. 


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वहीं बात करें हमीरपुर संसदीय सीट की तो यहां से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भाजपा के प्रत्याशी हैं तो दूसरी तरफ सतपाल रायजादा कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. मगर वहीं हमीरपुर संसदीय सीट के अन्तर्गत बिलासपुर  के नैनादेवी विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत टरवाड के गांव पंगवाना व मलोन के ग्रामीणों ने 30 सालों से चली आ रही सड़क मरम्मत की मांग को लेकर अब मतदान ना करने का फैसला लिया है. 


गौरतलब है कि स्थानीय ग्रामीणों की मांग है कि स्वाहन से कटरीड पंगवाना सड़क मार्ग जिसकी दूरी करीब साढ़े सात किलोमीटर है, उसकी हालत बद से बदतर हो चली है, जिसके चलते स्थानीय ग्रामीणों, स्कूली छात्रों व मरीजो को आने जाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. 


वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क की बदहाल स्थिति की जानकारी कई बार प्रशासन व जन प्रतिनिधियों को दी गई मगर आश्वासन के अलावा कुछ भी उनके हाथ नहीं आया है.  स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि चुनाव आते ही राजनीतिक दलों के नेता वोट मांगने तो उनके गांव में जरूर आते हैं मगर इस बदहाल सड़क को ठीक करने के लिए कोई भी उचित कदम नहीं उठाते इसलिए इस बार लोकसभा चुनाव में सभी ग्रामीणों ने यह फैसला लिया है कि वह चुनाव का बहिष्कार कर मतदान नहीं करेंगे. 


स्थानीय ग्रामीणों का यह भी कहना है कि जब तक इस सड़क की हालत में सुधार कर पक्की सड़क नहीं बनाई जाती तब तक वह किसी भी चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे और ना ही मतदान करेंगे. आपको बता दें कि स्वाहन से कटरीड पंगवाना साढ़े सात किलोमीटर लिंक रोड निर्माण के लिए नाबार्ड के तहत 12 करोड़ 18 लाख रुपये की डीपीआर तो बनाई गई है, मगर आजतक इस सड़क की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किया गया है जिससे नाराज स्थानीय ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर