शिमला/हमीरपुर: अग्निपथ योजना की अभी शुरूआत भी नही हुई है कि देश के युवाओं ने योजना से नाराजगी जताते हुए विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. बीते रोज जहां बिहार में रेलवे ट्रेक और राजमार्ग को जाम कर प्रदर्शन किया गया. वहीं, हमीरपुर में आर्मी अग्निपथ योजना के विरोध में युवा कांग्रेस और एनएसयूआई सड़कों पर उतरी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


क्या है अग्निपथ योजना ? 
अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए 17.5 वर्ष से 21 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं को तीनों सेवाओं में भर्ती किया जाएगा. 6 महीने तक इसका प्रशिक्षण चलेगा जिसमें पुरूष और महिलाएं दोनो भाग ले सकेंगे. नौकरी से मुक्त होने के बाद उन्हें सेवा निधि पैकेज भी दिया जाएगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अनुसार, अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले साल चार लाख 76 हजार रुपये का सालाना पैकेज दिया जाऐगा. इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वालों को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा.



हमीरपुर में योजना का विरोध
आर्मी की अग्निपथ योजना के विरोध में हमीरपुर बस अडडे के बाहर सैंकडों युवाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई , युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों ने साथ दिया. बस अड़डे के बाहर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने भाजपा के झंडे को जला कर विरोध जताया. इस दौरान पुलिस जवानों ने कार्रवाई करते हुए युवाओं को खदेडा तो कुछ युवाओं को हिरासत में भी लिया गया. युवाओं के नहीं मानने पर दोबारा डीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पर उन्हे जबरन उठाया गया.  


 


युवाओं की चिंता 
प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने कहा कि उन्हें चार साल में कोई फायदा सेना में नहीं होगा. और चार साल आर्मी में रहने के बाद  कोई नौकरी नहीं मिलेगी इससे उनका भविष्य भी खराब होगा. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में पीएचडी प्राप्त करने वाले युवाओं को ही नौकरी नहीं मिल पा रही है तो आर्मी से वापिस आने पर नौकरी कैसे मिलेगी. 


 
अग्निपथ पर विपक्ष के हमले पर मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री ने अग्निपथ योजना का स्वागत किया और विपक्ष पर कहा कि विरोधी दल अग्निपथ योजना का कुछ गलत प्रचार कर नौजवानों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है. मैं उन सभी से गुजारिश करता हूं कि हिमाचल प्रदेश के नौजवानों ने हमेशा देश के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है, अग्निपथ योजना से विरोधी दल भ्रामक प्रचार कर रहे हैं. मेरा उन सभी नौजवानों से अब ये कहना है कि गलत प्रचार में न आएं.