Bilaspur Health: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला में स्क्रब टायफस के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जिसके चलते इस साल अब तक जिला के विभिन्न अस्पतालों में 1700 लोगों स्क्रब टाइफस का टेस्ट करवाया गया. जिसमें 196 लोग स्क्रब टायफस पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसमें सितंबर माह में ही 25 मामले सामने आए हैं. 


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इस बात की जानकारी देते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी बिलासपुर डॉक्टर परविंदर सिंह ने कहा कि स्क्रब टायफस नाम की यह बीमारी खेतों, झाड़ियां व घास में रहने वाले चूहों पर पनपने वाले सक्रंमित पशुओं के काटने से फैलता है. जिससे तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, शरीर में अकड़न सहित कई बार गर्दन, बाजू के नीचे तथा कूल्ले के ऊपर  गिल्टिया बन जाती हैं. 


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साथ ही स्क्रब टाइफस की चपेट में आने से 104 डिग्री सेल्सियस बुखार आ जाता है और डेंगू की तरह ही इस रोग से पीड़ित व्यक्ति में प्लेटलेट्स गिरने लगते है. वहीं डॉक्टर परविंदर ने बताया कि स्क्रब टाइफस से बचने के लिए घर के आस-पास घास व खरपतवार ना उगने देने, खेतों व झाड़ियां में काम करते समय पूरा शरीर ढक कर रखने की बात कही है. 


साथ ही उन्होंने लोगों से शरीर की साफ सफाई रखने, घर के आसपास का वातावरण साफ रखने और घर के अंदर और आसपास कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करने की अपील की है. ताकि इस खतरनाक बीमारी से बचा जा सके. साथ ही उन्होंने परिवार के किसी सदस्य को बुखार आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क कर जानकारी देने व तुंरत उपचार करवाने की नसीहत भी दी है.