Mandi News: सरकार के आदेश पर डीसी मंडी का फरमान लेकर मौवीसेरी में खाली सरकारी जमीन तलाश करने पहुंचे एसडीएम गोहर लक्ष्मण सिंह कनेट का स्थानीय लोगों ने घेराव कर दिया. लोगों के आक्रोश के बीच एसडीएम को बिना जमीन तलाश किए वापस लौटना पड़ा. इस दौरान नाचन विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनोद कुमार और जिला परिषद उपाध्यक्ष मुकेश चंदेल भी मौजूद रहे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें, कि मेडिकल कालेज नेरचौक की 1000 हजार करोड़ से अधिक की 92 बीघा जमीन को लेकर लड़ाई लड़ रहे मीर बक्श द्वारा न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के बाद प्रदेश सरकार में हड़कंप मचा हुआ है. मंडी जिला में कहां कहां खाली जमीन है. इसको लेकर जिला प्रशासन ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को जमीन तलाश करने के निर्देश जारी दिए हैं. 


इसी कड़ी में जब शुक्रवार को एसडीएम गोहर मौवीसेरी में कृषि विभाग की जमीन देखने पहुंचे तो मौवीसेरी में ग्रामीणों ने एसडीएम गोहर का घेराव कर दिया, जिसके बाद उन्हें वापस लौटना पड़ा. जन प्रतिनिधियों ने भी ग्रामीणों का पक्ष लेकर एसडीएम को वापस लौट जाने का आग्रह किया. ग्रामीणों ने प्रशासन गो बैक के नारे भी लगाए. 


क्षेत्र के ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में कहा है कि यह जमीन कृषि फार्म के लिए यहां के लोगों ने सरकार को दी है. लोगों ने कहा कि यहां किसी दूसरे क्षेत्र के व्यक्ति को बसने नहीं दिया जाएगा. वहीं, नाचन विधायक विनोद कुमार ने कहा कि सरकार और राजस्व विभाग को यह पता ही नहीं है कि उनके पास कितनी जमीन है. सरकार अगर मौवीसेरी में कृषि से सम्बंधित कोई संस्थान खोले तो उसका स्वागत है, लेकिन दूसरे विधानसभा क्षेत्र के किसी व्यक्ति को यहां बसाना लोग बिलकुल बरदाश्त नहीं करेंगे. 


इससे पहले एसडीएम ने गड़ाहरी फार्म का भी दौरा किया और नलहास में भी जमीन की तलाश को लेकर प्रशासन छानबीन कर रहा है, जिसका विरोध होने की तैयारी है. एसडीएम लक्ष्मण सिंह कनेट ने बताया कि उपयुक्त के आदेश पर वे मौवीसेरी गए थे, जहां लोगों के विरोध पर उन्हें वापस लौटना पड़ा. 


रिपोर्ट- नितेश सैनी, मंडी