ज्ञान प्रकाश/पांवटा साहिब: राष्ट्रीय राजमार्ग 707 के चौड़ीकरण का काम लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है. मॉनसून अभी शुरू भी नहीं हुआ है, लेकिन हालात बिगड़ने शुरू हो गए हैं. शिलाई और टिंबी के बीच उतरी के पास भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गया है. यहां राष्ट्रीय राजमार्ग पिछले तीन दिन से बंद पड़ा है. नगदी फसलों के साथ-साथ राशन और रसोई गैस आदि के वाहन भी जहां के तहां खड़े हैं. 


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एकमात्र सड़क मार्ग बंद होने से क्षेत्र की सैंकड़ों पंचायतों में जनजीवन प्रभावित हो रहा है. लोग जान हथेली पर रखकर बिना किसी सुरक्षा के सड़क के टूटे हिस्से को पार करने को मजबूर हैं जबकि पहाड़ से अब भी रुक-रुक कर मलबा गिर रहा है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अगर कोई हादसा होता है तो जिम्मेदार कौन होगा? प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी नदारद हैं. कोई भी नेता हालात की सुध लेने नहीं पहुंच रहा है. लिहाजा लोगों में गुस्सा फूटने लगा है. 


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बताया जा रहा है कि यहां चौड़ीकरण का काम कर रही कंपनी पत्थर निकालने के लिए अंधाधुंध खनन कर रही है. पत्थर निकालने के लिए यहां अंडर कट किया गया, जिसकी वजह से पहाड़ का बड़ा हिस्सा टूटकर सड़क पर आ गया और सड़क मार्ग बंद हो गया. लोगों की नाराजगी का कारण यह भी है कि सड़क मार्ग खोलने के लिए सिर्फ एक मशीन लगाई गई है जबकि बड़े-बड़े पत्थरों को तोड़ने के लिए सड़क के दोनों तरफ तीन से चार क्रैकर मशीनों की जरूरत है. कंपनी के पास मशीन होते हुए भी सड़क खोलने के लिए प्रयास नहीं किया जा रहे हैं.


हालांकि स्थानीय प्रशासन ने मलबे की मात्रा और हालात को देखते हुए मोर्थ और चौड़ीकरण का काम कर रही कंपनी को यहां युद्ध स्थल पर मार्ग खोलने के निर्देश दिए थे, लेकिन निर्देशों के बावजूद कंपनी अपनी मनमानी कर रही है. लोगों के नाराजगी के बाद शिलाई एसडीएम मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि कंपनी को पहले भी निर्देश दिए गए थे और अब फिर से नोटिस दिया जाएगा ताकि सड़क मार्ग जल्द जल्द बहाल हो सके.


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