देवेंद्र वर्मा/नाहन: हिमाचल प्रदेश में जिला नाहन के शक्तिपीठ ऐतिहासिक काली स्थान मंदिर में शाही परिवार के सदस्यों द्वारा खड़ग स्थापित की गई थी जो आज 9 दिनों के बाद शाही महल लौट गई. इससे पहले मंदिर में विशेष पूजा की गई, जिसमें शाही परिवार के सदस्य कुंवर अजय बहादुर सिंह समेत परिवार के अन्य लोग भी शामिल हुए.


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मीडिया से बातचीत करते हुए शाही परिवार के सदस्य एवं पूर्व में रहे विधायक कुंवर अजय बहादुर सिंह ने बताया कि यह परंपरा रियासत काल से चली आ रही है, जिसमें शरद नवरात्रि के पहले दिन शाही खड़क को जगन्नाथ मंदिर में माथा टेकने के बाद काली स्थान मंदिर में स्थापित की जाती है. नौ दिनों तक नवरात्रों के दौरान शाही खड़ग की मंदिर में पूजा की जाती है और नवमी के दिन विशेष पूजा के बाद शाही खड़ग वापस महल लौटती है और शाही महल में स्थापित की जाती है. 


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उन्होंने बताया कि इस परंपरा को निभाते हुए आज शाही परिवार के सदस्यों ने सबसे पहले माता काली के चरणों में शीश नवाया, जिसके बाद राजगुरु और राजपुरोहित द्वारा विधि विधान से खड़क पूजन करवाया गया. उन्होंने बताया कि आज विशेष पूजा अर्चना के बाद यह खड़क शाही  महल में स्थापित की जाएगी और शाही परिवार के सदस्यों द्वारा यह प्रतिज्ञा ली गई कि सिरमौर की सुरक्षा के लिए शाही परिवार सदैव तत्पर रहेगा. उन्होंने बताया कि आज नारियल की बलि देकर यह शाही खड़ग वापस महल लौटेगी, जहां विधि-विधान के साथ म्यान में स्थापित की जाएगी और अगले वर्ष शरद नवरात्रि के पहले दिन दोबारा से काली माता के मंदिर आएगी. 


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