विजय भारद्वाज/बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के विश्वविख्यात शक्तिपीठों में शारदीय नवरात्रों की धूम देखने को मिल रही है. अगर हम बात करें बिलासपुर स्थित शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर की तो चौथे नवरात्र के दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर परिसर में देखने को मिली. गौरतलब है कि चौथे नवरात्रि के दिन मां दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा अर्चना की जाती है. 


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मान्यता है कि माता कुष्मांडा की पूजा अर्चना करने वाले भक्तों को धन प्राप्ति होती है. साथ ही बल व बुद्धि में भी वृद्धि होती है. वहीं मां कुष्मांडा को ब्रह्माण की रक्षक भी माना जाता है. चौथे नवरात्र को रविवार छुट्टी का दिन होने से पंजाब, हरियाणा व दिल्ली सहित देशभर से व विदेशों से भी काफी संख्या में श्रद्धालु नवरात्र पूजन के लिए मां नैनादेवी के दरबार में पहुंच रहे हैं, जिसे देखते हुए जिला, पुलिस प्रशासन और मंदिर न्यास ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुख्ता प्रबंध किए हुए हैं. 


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वहीं शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में शारदीय नवरात्रों के उपलक्ष्य पर अभी तक करीब एक लाख श्रद्धालु माता रानी के दरबार में शीश नवाज चुके हैं और 22 लाख रुपये चढ़ावे के रूप में मंदिर न्यास को प्राप्त हुए हैं. वहीं नैनादेवी मंदिर में भारी भीड़ के चलते जहां श्रद्धालुओं को लंबी-लंबी लाइनों में ही माता रानी के दर्शनों के लिए भेजा जा रहा है तो साथ ही पुलिस प्रशासन द्वारा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह पुलिसबल, महिला पुलिस और होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं.


इसके अलावा अपने वाहनों के जरिए शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए ट्रैफिक प्लान भी इस बार बनाया गया है. मंदिर परिसर तक जाने के लिए वन वे ट्रैफिक किया गया है ताकि उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े और श्रद्धालु आराम से मां नैनादेवी के दर्शन कर अपने घरों को वापस लौट सकें.


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