Shimla News: हिमाचल राज्य वक्फ का बोर्ड ने संजौली मस्जिद कमेटी को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट दे दिया है. अब मस्जिद के अवैध बताए जा रहे 3 मंजिल हिस्से को हटाने का काम शुरू हो चुका है. संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने कहा कि आज से ही मस्जिद के अवैध बताए जा रहे हिस्से को हटाने का काम शुरू हो चुका है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने कहा कि संजौली मस्जिद कमेटी ने यह कदम आपसी भाईचारे को कायम रखने के लिए उठाया था और वह अपनी बात पर कायम हैं. मोहम्मद लतीफ ने कहा कि आज काम शुरू कर दिया गया है, लेकिन तीन से चार महीने का समय लग सकता है क्योंकि फंडिंग की दिक्कतें आ रही है. 


वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि वक्फ बोर्ड का सराहनीय फैसला है. वक्फ बोर्ड की अनुमति मस्जिद डिमोलिश करने को लेकर दो गई. स्थानी लोगों ने कहा कि जहां तीन मंजिला अवैध निर्माण कर दिया गया. उसके मुकाबले में डिमोलिश करने में कितना खर्च आएगा और ऐसा नहीं हो सकता कि वक्फ बोर्ड या मस्जिद कमेटी के पास इसे डिमोलिश करने के लिए पैसा नहीं है.


वहीं सिविल सोसाइटी और हिंदू संगठनों के लोगों ने कहा कि सराहनीय पहल, डिमोलिश का कार्य शुरू थोड़ा देरी से हुआ लेकिन हुआ. हिंदू संगठन के लोगों ने कहा एक लंबे संघर्ष के बाद नतीजे तक पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि अगर मस्जिद कमेटी हमसे मदद मांगती है तो उनकी मदद के लिए तैयार हैं, लेकिन क्या वक्फ बोर्ड के पास अवैध निर्माण डिमोलिश  करने के  लिए पैसा नहीं है. भाईचारा दोनों तरफ से निभाया जाता है एक तरफ से नहीं. 


साथ ही संजौली मस्जिद तोड़ने पर बोले शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के तहत टूट रहा मस्जिद का अवैद्य हिस्सा. अगर इसे गिराने के लिए मस्जिद कमेटी को फंड या दूसरी है दिक्कत तो कोर्ट को पत्र लिखें. हिमाचल जैसे शांति प्रिय राज्य की शांति बनाएं रखने के लिए ये बेहतर पहल है.  


रिपोर्ट- समीक्षा कुमारी, शिमला