Shimla News: लोकसभा चुनावों को लेकर हिमाचल प्रदेश में प्रचार का दौर चल रहा है. विपक्षी इंडिया गठबंधन लगातार सतारूढ़ भाजपा पर हमलवार है और हिमाचल प्रदेश में भी इंडिया गठबंधन ने मिलकर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. 


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शिमला में संयुक्त पत्रकार वार्ता कर इंडिया एलाइंस ने गठबंधन की एकता का संदेश देते हुए लोकसभा और विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशियों का साथ देने और देश में लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए विभिन्न दलों के एक साथ आने की भी बात कही. 


कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, CPI(M) से पूर्व विधायक राकेश सिंघा, आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत ठाकुर और CPI ने मंगलवाक को संयुक्त पत्रकार वार्ता कर भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या करने के आरोप लगाए. कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए आज सभी लोकतांत्रिक राजनीतिक दलों ने गठबंधन किया है. 


देश में चार चरणों के चुनाव हो चुके हैं और शुरूआती रुझान यह बता रहे हैं कि इन चुनाव में इंडिया गठबंधन का प्रदर्शन अच्छा है. 2024 का चुनाव पिछले चुनाव के मुकाबले भिन्न होगा. भाजपा ने साल 2014 और 2019 में किए वादों को पूरा नहीं किया. हिमाचल में भाजपा ने ऑपरेशन लोटस के तहत सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की, जिसका जवाब जनता चुनावों में देगी. यह चुनाव धनबल और जनबल के बीच हो रहा है, जिसमें जनबल जीतेगा.


कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी के पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि आजादी के बाद जितने भी चुनाव देश में हुए हैं. उनमें से यह चुनाव असाधारण है. सत्ताधारी भाजपा डेमोक्रेसी का अतिक्रमण करना चाहती थी और ED के जरिए विपक्षी दलों के नेताओं को जेल में डाला जा रहा है. 


इस दौरान राकेश सीधा ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए और कहा कि चुनाव आयोग इंडिया गठबंधन की शिकायतों का संज्ञान नहीं ले रहा है और चुनाव आयोग में नियुक्ति का कानून भी भाजपा ने बदल दिया है.


वहीं इस दौरान आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर ने भी इंडिया एलाइंस का समर्थन किया और कहा कि जो वादे 10 साल पहले भाजपा ने किए थे. उनका क्या हुआ. भाजपा के लोग पहले इस बात का जवाब दें. भाजपा जुमला पार्टी बन गई है.  भाजपा बताएं कि पूर्व में दी गई मोदी की गारंटियों का क्या हुआ. न तो बुलेट ट्रेन चली, न दो करोड़ बेरोजगारों को रोजगार मिले, न मंहगाई कम हुई और न ही स्मार्ट सिटी बनी. भाजपा किस मोदी गारंटी की बात कर रही है.