Sawan 2024: शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में 05 अगस्त से शुरू श्रावण अष्टमी नवरात्रि मेला, जानें पूरी डिटेल
Bilaspur News: बिलासपुर स्थित शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में 05 अगस्त से शुरू होने वाले श्रावण अष्टमी नवरात्रि मेले को लेकर उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन ने अधिकारियों की बैठक ली.
Naina Devi Mandir: उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध शक्ति पीठ श्री नैना देवी मंदिर में 5 से 14 अगस्त तक श्रावण अष्टमी मेले का आयोजन किया जाएगा. वहीं मेले के सफल आयोजन को लेकर उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक की अध्यक्षता में बचत भवन में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
वहीं श्रावण अष्टमी मेले के दौरान एडीसी बिलासपुर डॉक्टर निधि पटेल को मेला अधिकारी, एसडीएम नैनादेवी को सहायक मेला अधिकारी जबकि एएसपी बिलासपुर को पुलिस मेला अधिकारी तथा डीएसपी को सहायक पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है.
श्रावण अष्टमी मेले के दौरान शक्ति पीठ श्री नैना देवी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए चौबीसों घंटे खुला रहेगा. जबकि साफ-सफाई के लिए रात्रि के दौरान मंदिर को केवल एक घंटे के लिए बंद किया जाएगा व दोपहर को मां नैनादेवी के श्रृंगार व भोग इत्यादि के लिए भी मंदिर कुछ समय के लिए बंद रहेगा।. वहीं श्रावण अष्टमी मेले के दौरान लंगर लगाने की अनुमति के लिए shrinainadevi.com पर आवेदन करना होगा.
आयोजक को लंगर की समाप्ति के बाद साफ-सफाई भी सुनिश्चित करनी होगी. वहीं श्रावण मेले के संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक़ ने कहा कि मेले के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र को 09 सेक्टरों में बांटा जाएगा. सुरक्षा के दृष्टिगत पर्याप्त मात्रा में पुलिस व होमगार्ड के जवानों सहित त्वरित कार्य बल की टीमें तैनात रहेंगी.
वहीं कानून व्यवस्था को चाक चौबंद रखने तथा आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पुलिस का कमांडो दस्ता भी गठित किया जाएगा. सभी सेक्टरों की निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हाईटेक ड्रोन से निगरानी होगी. इसके अतिरिक्त 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगेंगे साथ ही बस स्टैंड से लेकर नैना देवी मंदिर परिसर तक तीन हाईटेक एलईडी स्क्रीन स्थापित किए गए हैं, जिसमें माता के दर्शन के साथ-साथ श्रद्धालुओं के भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ध्वनि प्रसार सेवा उपकरण भी स्थापित किया गया है.
साथ ही उन्होंने बताया की श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आगमन हॉल बनाया गया है, जिसमें एक साथ करीब एक हजार श्रद्धालु आराम कर सकेंगे व आगमन हॉल से ही माता के दर्शन के लिए 150 से 200 श्रद्धालुओं को जत्थे के रूप में रवाना किया जाएगा ताकि भीड़ को नियंत्रित करने में भी आसानी हो सके. साथ ही उन्होंने बताया कि मेले के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता व सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे.
इसके साथ ही मेले में श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए विभिन्न स्थानों पर एलोपैथिक तथा आयुर्वेदिक कैंप स्थापित किए जाएंगे. वहीं किसी भी आपदा अथवा आग इत्यादि की घटना से निपटने के लिए अग्निशमन वाहन तैनात रहेंगे. वहीं उपायुक्त बिलासपुर ने मेला अवधि के दौरान श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की उचित सुविधा उपलब्ध करवाने, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मेला शुरू होने से पूर्व सड़कों की व्यवस्था को दुरुस्त करने, विद्युत विभाग को मेला के दौरान विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने के लिए विद्युत लाइनों का आवश्यक रख रखाव करने व अस्थाई रूप से अतिरिक्त स्ट्रीट लाईटें भी लगाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर