Dharamshala Tea: बेशक इस बार नेशनल लेवल पर चाय के रेट में वृद्धि हुई है, लेकिन कांगड़ा चाय उत्पादन में कमी आई है. ऐसे में धर्मशाला चाय उद्योग को इस बार करीब 50 लाख का नुकसान उठाना पड़ेगा. कोरोनाकाल से लगातार उत्पादन में कमी दर्ज की जा रही है.  हालांकि इस वर्ष अप्रैल में चाय का सीजन शुरू होने पर शुरूआत में उत्पादन अच्छा रहा था तथा यह क्रम मई की शुरूआत तक जारी रहा.


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इसके बाद मई व जून माह में बारिश न होने के चलते उत्पादन में कमी दर्ज की गई है. अक्तूबर माह में बारिश न होने से भी चाय उत्पादन प्रभावित हुआ है. गौरतलब है कि कोरोनाकाल के दौरान वर्ष 2020 में धर्मशाला चाय उद्योग में 1 लाख 69 हजार 21 किलोग्राम चाय, वर्ष 2021 में 1 लाख 37 हजार 900 किलोग्राम, वर्ष 2022 में एक लाख 45 हजार 682 किलोग्राम, वर्ष 2023 में 1 लाख 65 हजार 13 किलोग्राम चाय उत्पादन हुआ की था. 


इस वर्ष उद्योग प्रबंधन 1 लाख 40 हजार किलोग्राम चाय उत्पादन की संभावना जता रहा है, जो कि पिछले साल की अपेक्षा 25 हजार किलोग्राम कम है. चाय उद्योग धर्मशाला के प्रबंधक अमन पाल सिंह ने बताया कि चाय उत्पादन का सीजन लगभग खत्म हो चुका है. पिछले वर्ष 1 लाख 65 हजार किलोग्राम चाय तैयार की गई थी, लेकिन इस बार 1 लाख 40 हजार किलोग्राम चाय ही बन पाएगी. मार्केट में चाय का रेट बढ़ा है, लेकिन उत्पादन कम होने के चलते करीब 50 लाख का नुकसान होने की संभावना है.


रिपोर्ट- विपिन कुमार, धर्मशाला