राकेश मल्ही/ऊना: हिमाचल प्रदेश के ऊना में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने एक झोलाछाप डॉक्टर के ठिकानों से प्रतिबंधित दवाओं का भारी जखीरा बरामद किया है. आरोपी डॉक्टर पिछले कई वर्षों से ऊना जिले के मदनपुर में अपनी एक दुकान चला रहा था, जहां वह स्थानीय लोगों को डॉक्टर के तौर पर दवाईयां देता था. आरोपी डॉक्टर यहां प्राइमरी स्कूल का संचालन भी कर रहा था. पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने आरोपी डॉक्टर के ठिकाने पर जब दबिश दी तो वहां आस-पास बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा मिला. 


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पुलिस को यह भी सूचना मिली कि आरोपी डॉक्टर ने प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा अन्य कई ठिकानों पर जलाने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस ने जलाई गई दवाओं के ठिकानों पर भी रेड की और जली हुई दवाओं का भारी मात्रा में जखीरा बरामद किया, जबकि एक बंद स्टोर का पुलिस ने पता लगाया, जिसे पुलिस द्वारा ताला तोड़कर खोला गया. 


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हालांकि आरोपी डॉक्टर पुलिस की रेड से पहले ही फरार हो चुका था, जिसकी पुलिस लगातार तलाश कर रही है. फिलहाल पुलिस द्वारा आरोपी डॉक्टर के परिवार से भी पूछताछ की जा रही है. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि प्रतिबंधित दवाओं को बनाने और उसके संचालन में यह आरोपी डॉक्टर अकेला ही था या कोई और गिरोह भी उसके साथ कार्य कर रहा था. 


वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी बरामद दवाओं के जखीरे में भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाओं के होने की पुष्टि की है. स्वास्थ्य विभाग की टीम फिलहाल यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसमें किन-किन ब्रांड का गलत प्रयोग किया जा रहा था. स्वास्थ्य विभाग ने आरोपी डॉक्टर द्वारा प्रतिबंधित दवाओं में बड़े ब्रांड के नाम को भी गैर कानूनी रूप से शामिल किए जाने की संभावना से भी इंकार नहीं किया है. 


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