विपन कुमार/धर्मशाला: ग्रामीण विकास विभाग/पंचायती राज विभाग में विलय न करने के विरोध में जिला परिषद कर्मचारी और अधिकारी वर्ग ने 'पेन डाउन स्ट्राइक' शुरू कर दी है. सोमवार को बीडीओ कार्यालय धर्मशाला में जिला परिषद कैडर के अधिकारी और कर्मचारी आए तो सही, लेकिन उन्होंने काम नहीं किया. जिला परिषद कर्मचारी और अधिकारी महासंघ ने स्पष्ट कर दिया है कि मांगें पूरी न होने तक हड़ताल जारी रहेगी. यही नहीं जरूरत पड़ी तो कर्मचारी भूख हड़ताल पर जाने से करताएंगे नहीं. इस दौरान कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की.


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सरकार ने नहीं की कोई कार्रवाई
बीडीओ कार्यालय के अंतर्गत आते करीब 21 कर्मचारी सोमवार को 'पेन डाउन स्ट्राइक' में मौजूद रहे जिला परिषद कर्मचारी/अधिकारी महासंघ के उपाध्यक्ष राजेश का कहना है कि 'न जाने क्या वजह है कि सरकार जिला परिषद कर्मियों का विभाग में विलय नहीं कर रही है, हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और पंचायती राज मंत्री ने आश्वासन दिया था कि मांगों पर कार्रवाई की जाएगी. इसके बावजूद अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है.


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जरूरत पड़ी तो करेंगे भूख हड़ताल
उन्होंने कहा पिछले 6 महीने से लगातार एक ही मांग को उठाया जा रहा है, लेकिन सरकार की ओर से कोई गौर नहीं किया जा रहा. यही कारण है कि अब कर्मचारियों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ा है. उन्होंने कहा कि हड़ताल की वजह से जो भी विकास कार्य प्रभावित होंगे, उसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी, क्योंकि सरकार को इन कर्मचारियों की चिंता ही नहीं है. उनका कहना है कि मांग न मानने तक हड़ताल जारी रहेगी. जिला परिषद कर्मचारी कोई काम नहीं करेंगे. अगर जरूरत पड़ी तो महासंघ भूख हड़ताल शुरू करने से भी गुरेज नहीं करेगा.


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