कुलवंत सिंह/यमुनानगर: यमुनानगर के हथनीकुंड बैराज से एक बार फिर यमुना के उफान पर आने के कारण लगभग डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जिसके चलते हरियाणा के साथ लगते यमुना के विभिन्न जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो सकते हैं. इसी कारण दिल्ली में भी यमुना का जलस्तर  बढ़ सकता है. इससे हरियाणा, उत्तर प्रदेश व दिल्ली के साथ लगते यमुना के इलाकों में अलर्ट घोषित किया गया है.   


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2019 के बाद पहली बार यमुना उफान पर आई है


19 अगस्त, 2019 यमुना में रिकार्ड 8 लाख 28 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. लेकिन, उसके बाद 2020 में यमुना में एक बार भी इतना पानी नहीं आया कि बैराज के गेट खोलने पड़े. बैराज के गेट को 70 हजार से अधिक पानी होने के बाद खोले जाते हैं, जिसे मिनी फल्ड कहा जाता है. उसके बाद हरियाणा की विभिन्न नहरों का पानी बंद कर दिया जाता है.


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सारा पानी यमुना नदी में छोड़ा जाता है. अभी यमुना में 1 लाख 59 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद हरियाणा सहित दिल्ली में अलर्ट घोषित किया गया है. वही इस पानी को दिल्ली पहुंचने में 72 घण्टे लग सकते हैं.  यमुनानगर के उपायुक्त गिरीश अरोड़ा ने बताया कि एसडीआरएफ कि टीम यमुनानगर पहुंच चुकी है.


उन्होंने आगे कहा कि उसे अलर्ट पर रखा गया है. इसके इलावा आर्मी से भी संपर्क स्थापित किया गया है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है. निचलें इलाकों में सूचनाएं भिजवाई जा रही हैं. प्रशासन पूरी नजर बनाए हुए है. उन्होंने बताया कि बाढ़ रोकथाम के लिए पहले से ही सभी कार्य पूर्ण कर लिया गए थे.


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