नरेंद्र रत्तु/नवांशहर: पंजाब में नवांशहर से बलाचौर मार्ग नेशनल हाईवे पर स्थित गढ़ी कानूनगो के पास खालिस्तान कमांडो फोर्स का एक्टिव मेंबर रहे रतनदीप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात के दौरान रतनदीप के साथ उसका भांजा भी मौजूद था. घटना में भांजे को कोई चोट नहीं आई है. इस मामले में एक व्यक्ति गोपी नवांशहरीया नामक शूटर के खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, वहीं बलाचौर के सरकारी अस्पताल में आज रतनदीप सिंह का पोस्टमॉर्टम कराया गया और शव उनके परिजन को सौंप दिया गया, वहीं पुलिस ने बताया कि शूटर गोपी नवांशहरीया के खिलाफ मामला दर्ज करके उसके खिलाफ जांच शुरू कर दी है. 


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डीएसपी बलाचौर ने बताया कि यह वारदात गांव गड़ी कानूनों के पास स्थित संत गुरमेल सिंह मेमोरियल अस्पताल के सामने हुई. घटना के दौरान रतनदीप अपनी एमजी कार में सवार था. इस दौरान दो बाइक सवारों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. दोनों आरोपियों ने फायरिंग सीधा रतनदीप पर की. ऐसे में भांजे की जान बच गई. पुलिस ने बताया कि रतनदीप के पेट और छाती में कई गोलियां लगी हैं. उन्हें चले हुए कई खोल बरामद हुए हैं. 


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जानकारी के अनुसार, वारदात के समय रतनदीप अपने काले रंग की एमजी हेक्टर कार एचआर-05-बीजे-4505) में सवार था. आरोपी शूटर पहले से इंतजार कर रहे थे. अस्पताल के पास पहुंचते ही रतनदीप पर फायरिंग शुरू की गई. रतनदीप सिंह पुत्र जनशीर सिंह की करनाल हरियाणा के रूप में शिनाख्त हुई है. हमलावर ने करीब 6-7 गोली फायरिंग की हैं. फिलहाल पुलिस ने एक शूटर को नामजद किया है. इस घटना की बारीकी से जांच की जा रही है. 


खालिस्तान कमांडो फोर्स का एक्टिव मेंबर रहे रतनदीप सिंह के साथी बाबा बख्शीश सिंह ने मीडिया को बताया कि गुरुवार शाम रतनदीप अपने भांजे के साथ नवांशहर में किसी से मिलने आया था. हमलावर ने गाड़ी रुकवाई और बातचीत करने लगा. उसी वक्त रतनदीप का भांजा गाड़ी से उतरकर बातचीत करने लगा. तभी एक नौजवान ने रतनदीप के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. 


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इस घटना में करीब 7 राउंड फायरिंग की गई. इस दौरान गोली छाती, सिर और पेट में लगी, जिससे रतनदीप की मौके पर ही मौत हो गई. उन्होंने बताया कि रतनदीप 25 साल तक पाकिस्तान में रहा था. वह खालिस्तान कमांडो फोर्स का लेफ्टिनेंट जनरल था. रतनदीप सिंह 2014 में नेपाल के रास्ते भारत आया था तब पुलिस ने रतनदीप को साल 2014 में हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के समय वह अपने घर किसी काम से आया था. 2019 में रतनदीप जेल से बाहर आ गया, जिसके बाद वह अपने परिवार के साथ शांति की जिंदगी जी रहा था, लेकिन इस बीच उसकी हत्या कर दी गई.


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