Punjab's Ludhiana CMS loot case news in Hindi today: लुधियाना में हुए सीएमएस लूट मामले ने सबको हैरान कर दिया था और हैरानी इस बात की थी इसकी मास्टरमाइंड और कोई नहीं बल्कि एक शादीशुदा महिला थी, जिसे डाकू हसीना का नाम दिया गया था. डाकू हसीना का असली नाम मनदीप कौर था जिसे हाल फिलहाल में ही उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हालांकि इस मामले में हैरानी कर देने वाला किस्सा सिर्फ यह नहीं है कि इसकी मास्टरमाइंड हसीना डाकू थी बल्कि इसमें एक और हैरानी कर देने वाला तथ्य है. जी हां, लुधियाना लूट मामले में एक नया मोड़ सामने आया है कि जिन लुटेरों द्वारा लूट की गई थी उनके पास से भी राशि चोरी हुई है. 


Punjab's Ludhiana CMS loot case news in Hindi today: 'चोरों के घर चोरी!' 


अब तक कई कहानियां सुनी होंगी कि चोरों के घर चोरी हुई पर इस मामले में यह सच साबित हुई है. मिली जानकारी के मुताबिक लुधियाना सीएमएस डकैती मामले में लुटेरों द्वारा लूटी गई राशि को भी एक अन्य व्यक्ति ने चुरा लिया, जिसने कार के ताले को तोड़कर पैसे लूट लिए. 


इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि पुलिस ने फरार तीन लुटेरों के अलावा चार अन्य लुटेरों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से एक करोड़ रुपए बरामद किए गए हैं. इसके साथ ही पुलिस ने इस घटना में कुल 6 करोड़ 96 लाख 700 रुपए बरामद किए हैं.


प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि आरोपियों ने घटना को अंजाम देने के बाद अपनी कार अरुण कोच के घर के बाहर खड़ी कर दी थी, जहां उसका दोस्त नीरज उससे पैसे मांग रहा था और आशंका है कि उन्होंने कोई बड़ी घटना को अंजाम दिया है. जिसके बाद नीरज ने तीन अन्य आरोपियों मनदीप कुमार उर्फ ​​बब्बू, प्रिंस व अभि सिंगला उर्फ ​​अभि के साथ मिलकर गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और अंदर से पैसे ले गए. 


पुलिस ने गाड़ी से 2 करोड़ 25 लाख 700 रुपये बरामद किए थे. उन्होंने खुलासा किया कि मनदीप कुमार उर्फ ​​बब्बू और प्रिंस को लुधियाना रेलवे स्टेशन के पास एक होटल से गिरफ्तार किया गया है जबकि अब पुलिस कार्रवाई के बाद सिंगला ने सरेंडर कर दिया है.


यह भी पढ़ें: सिख गुरुद्वारा एक्ट 1925 में कैसे संशोधन कर सकती है पंजाब सरकार? CM भगवंत मान ने दिया जवाब!  


उन्होंने बताया कि घटना के संबंध में पुलिस ने छह करोड़ 96 लाख 700 रुपये बरामद किये हैं. पुलिस डीवीआर की तलाश कर रही है. हालांकि इस दौरान उन्होंने मीडिया से फ्रूटी से जुड़ी खबरों को तोड़-मरोड़ कर पेश न करने की भी अपील की. आमतौर पर लोग यात्रा के दौरान फल बांटते हैं और पुलिस ने एक प्रयास किया और यह सफल रहा. उन्होंने आरोपियों की पहचान की और उनके फोटो खींचे और इसके बाद पुलिसकर्मियों ने आरोपियों का पीछा करना शुरू कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर सीएमएस कंपनी से खर्च की वसूली की बात कही.


यह भी पढ़ें:  UK पहुंचे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को ऋषि सुनक ने खिलाई 'भारतीय मिठाई'!