धर्मेंद्र सिंह/खन्ना: आंगनवाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब (सीटू) की तरफ से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा बार-बार मीटिंग का समय बदलने के विरोध में प्रदेशभर में शुक्रवार को विधायकों के दफ्तरों के बाहर धरने दिए गए. इसी कड़ी में जब पायल विधानसभा से आप विधायक मनविंदर सिंह ग्यासपुरा के दफ्तर बाहर आंगनवाड़ी वर्करों ने धरना लगाया तो विधायक ग्यासपुरा भी इनके बीच धरने पर बैठ गए. विधायक ने इनकी मांगों का समर्थन करते हुए इन्हें भरोसा दिलाया कि 'आप' सरकार उनकी मांगों को जरूर पूरा करेगी. विधायक की तरफ से सीएम ऑफिस में फोन लगाकर मीटिंग स्थगित करने का कारण भी पूछा गया. 


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धरने में शामिल दोराहा ब्लॉक यूनियन अध्यक्ष सुनीता रानी और सचिव राज रानी ने कहा कि दूसरे राज्यों के मुकाबले पंजाब में आंगनवाड़ी वर्करों को बहुत कम वेतन मिल रहा है. इन वर्कर्स को भत्ता भी नहीं दिया जा रहा है. इन्हें अन्य सुविधाओं का भी अभाव है. राज रानी ने कहा कि इस सब को लेकर उनका संघर्ष जारी रहेगा.


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उन्होंने कहा कि सीएम भगवंत मान के साथ मीटिंग के लिए सरकार की तरफ से कई बार मीटिंग का भरोसा दिया गया है. इस बार 29 सितंबर को सीएम से मीटिंग रखी गई थी, लेकिन एक दिन पहले मैसेज दिया गया कि मीटिंग कैंसिल हो गई है, जिसके बाद गुस्से में आकर यूनियन ने धरने का ऐलान किया और आज उनके धरने में विधायक ग्यासपुरा खुद करीब दो से ढाई घंटे तक बैठे रहे. विधायक ने सीएम ऑफिस में फोन पर बात भी की. 


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वहीं धरने पर बैठे विधायक मनविंदर सिंह ग्यासपुरा ने कहा कि सभी कर्मचारी उनके पारिवारिक सदस्यों की तरह हैं. उनकी मांगें बिल्कुल जायज हैं और उनका रोष भी जायज है. इसी कारण वे खुद इनके साथ धरने पर बैठे. वे अपनी तरफ से भी प्रयास कर रहे हैं कि इन वर्कर्स की मांगे पूरी हो सकें. इसके लिए वे सीएम भगवंत माने से गुजारिश करेंगे कि इनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए. 


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