Aaj ka Panchang: गुरुवार को है गंगा सप्तमी, आज ही हुई थी गंगा जी की उत्पत्ति
Aaj ka panchang: हिंदू पचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से एक माह में तीस तिथियां होती हैं, जो दो पक्षों में विभाजित होती हैं. ऐसे में जानें 27 अप्रैल गुरुवार का पंचांग.
Aaj ka Panchang 27 April 2023: आज 27 अप्रैल 2023 को दिन बृहस्पतिवार है. इसके साथ ही आज शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है जो देर रात 3 बजकर 20 मिनट तक रहेगी. इसके बाद अष्टमी तिथि लग जाएगी. बता दें, इस सप्तमी को 'गंगा सप्तमी' भी कहा जाता है. शास्त्रों के अनुसार, आज ही के दिन मां गंगा की उत्पत्ति हुई थी.
आज की तिथि: सप्तमी/गंगा सप्तमी
आज का वार: बृहस्तपतिवार
आज का पक्ष: शुक्ल
आज का करण: वणिज
आज का नक्षत्र: पुनर्वसु
आज का योग: धृति
दुष्ट मुहूर्त- 10:09 से 11:23 तक रहेगा.
कुलिक- 10:04 से 11:09 तक रहेगा.
कंटक- 3:53 से 4:08 तक रहेगा.
यमघण्ट- 6:43 से 7:25 तक रहेगा.
राहुकाल- 1:45 से 3:42 तक रहेगा.
यमगंड- 5:22 से 7:15 तक रहेगा.
गुलिक काल- 9:18 से 10:45 तक रहेगा.
क्या होता है पंचांग?
सरल भाषा में कहा जाए तो पंचांग महीने की तीस तिथियों से और पांच अंगों से मिलकर बनता है, लेकिन इसमें सबसे महत्वपूर्ण होते हैं पांच अंग वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण. वैसे तो कैलेंडर के हिसाब से किसी महीने में 31 दिन होते हैं तो किसी महीने में 30, लेकिन अगर हम हिंदी कैलेंडर की बात करें तो इसके हिसाब हर माह में 30 दिन ही होते हैं, जिन्हें हम तिथि बोलते हैं.
ये तिथियां दो पक्षों में विभाजित होती हैं. जो कि 15-15 दिन के होते हैं. इनमें से एक पक्ष को शुक्ल और एक पक्ष को कृष्ण कहा जाता है. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इन तिथियों को प्रतिप्रदा, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रियोदशी और एक पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या और दूसरे पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहा जाता है. पंचांग इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता.)
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