Panchkula Shiva Mandir/Poviet Kaur: 21 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है। 19 अगस्त 2024 को सावन मास समाप्त होगा.इस महीने में भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं.  पंचकुला स्थित सकेत्री मंदिर में सावन काफ़ी धूम धाम से मनाया जाता है. पंचकूला हरियाणा के पंचकूला में बाबा भोलेनाथ भगवान शिव (Shiva mandir) का प्राचीन सकेतड़ी मंदिर है, यहां स्वयं भोलेनाथ प्रकट हुए थे.


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महाभारत काल के दौरान पांडवों को शिव ने साक्षात दर्शन दिए थे. सकेतड़ी का यह शिव मंदिर प्रसिद्ध माता मनसा देवी मंदिर से मात्र पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.


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चंडीगढ़ मुख्य शहर से यह लगभग दस किलोमीटर दूर है. इस मंदिर का इतिहास लगभग 500 साल पुराना है. महाशिवरात्रि के अवसर पर पंचकूला के गांव सकेतड़ी स्थित शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की खूब भीड़ जुटती है. इस प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर में पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान तक से श्रद्धालु आते हैं. हजारों की संख्या में लोग कतारबध होकर भोलेनाथ के शिवलिंग पर दूध, जल, फल, बेल पत्ते आदि चढ़ाते है. मंदिर में लोग 50 साल से लगातार आ रहे है और उनकी मुंह मांगी मन्नत पूरी होती है.


क्या है मंदिर का इतिहास
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस स्थान में भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए थे. माना जाता है कि अपने अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने यहां तपस्या की थी. उनकी पूजा अर्चना से प्रसन्न होकर भोलेनाथ ने उन्हें साक्षात दर्शन दिए थे और अब भोलेनाथ यहां पिंडी के रूप में स्थापित थे. ऐसी मान्यता है कि यहां मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है.


सावन मास का महत्व
शास्त्रों में भी सावन मास के महत्व का जिक्र मिलता है. कहा जाता है कि इस महीने में भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही सोमवार के व्रत का फल शीघ्र मिलता है. सावन मास में भगवान शंकर की पूजा से विवाह आदि में आ रही अड़चनें दूर होने की मान्यता है.