Shimla News: हिमाचल प्रदेश में मौसम में आया बदलाव भयंकर सूखे का संकेत दे रहा है. प्रदेश में जहां सर्दियों के समय इन दिनों बारिश और बर्फबारी होती थी, तो वही इस साल सूखे जैसे हालात बनते हुए नजर आ रहे हैं. 


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मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले 1 महीने में बारिश और बर्फबारी के संकेत नहीं है. पश्चिम विक्षोभ आ रहे हैं, लेकिन उनकी गति धीमी पड़ रही है. हिमाचल प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में सेब बागवानी और पर्यटन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन बर्फबारी ना होने के कारण यह दोनों ही क्षेत्र प्रभावित होते हुए नजर आ रहे हैं. 


एक तरफ जहां सेब बागवानों को सुखा के कारण सभी काम रुक पड़े हैं, तो वहीं दूसरी तरफ बर्फबारी ना दिखने से पर्यटक मायूस होकर जा रहे हैं. हिमाचल में बर्फबारी का दीदार करने आ रहे सैलानी धूप का ही आनंद लेकर जा रहे हैं. बर्फबारी की चाह पूरी न होने पार सैलानी मायूस हो रहें हैं. पर्यटकों का मानना है कि वह इस महीने ज्यादातर बर्फबारी देखने के लिए ही शिमला का रूख करते हैं, लेकिन उन्हें बर्फबारी नहीं देखने को मिल रही है. तापमान मैदानी इलाकों से भी ज्यादा लग रहा है. 


बारिश और बर्फबारी ना होने के कारण सेब बागवान परेशान हैं. सेब बगवानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है.  
लंबे समय से बारिश न होने के कारण सूखे की अत्यधिक मार पड़ रही है. वहीं बर्फबारी न होने से सेब के बगीचों में नमी पूरी तरह से गायब है. दिसंबर माह में बर्फबारी होने से सेब, नाशपाती, पलम, आड़ू, बादाम, माश, राजमाह, मटर व टमाटर सहित अन्य नकदी की फसलें अच्छी होने की उम्मीद रहती है. 


उन्होंने बर्फबारी व बारिश न होने पर चिंता जताई है. किसानों व बागवानों ने कहा कि इन दिनों बारिश व बर्फबारी होने से जमीन में लंबे अरसे तक नमी बनी रहती है, जिससे सेब की फसल के लिए आवश्यक चिलिंग आवर्स पूरे होने की संभावना बढ़ जाती है.


रिपोर्ट- समीक्षा कुमारी