विजय भारद्वाज/बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर में लुहनु मैदान के साथ लगती गोविंद सागर झील को एडवेंचर टूरिज्म के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है, जिसके चलते आने वाले समय में गोविंद सागर झील क्रूज, हाईस्पीड मोटर बोट्स, शिकारा, बैलून ड्राइव से गुलजार दिखाई देगी. 


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उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने जानकारी देते हुए बताया कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन निर्माण के बाद से जहां देशभर से कुल्लू, मनाली व धर्मशाला जाने वाले पर्यटकों का सफर आसान हो गया है, वहीं फोरलेन पर सफर करने वाला व्यक्ति कम समय और कम खर्च पर अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच जाता है. अब फोरलेन से लगती गोविंद सागर झील की खूबसूरती को और निखारने के लिए यहां आने वाले समय में वाटर टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा, जिसे लेकर जिला प्रशासन ने टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है. 


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उन्होंने कहा कि बंदला की धार में पैराग्लाइडिंग साइट्स को नोटिफाई करवाने के बाद लुहनु मैदान और गोविंद सागर झील में आने वाले समय में क्रूज, हाईस्पीड मोटर बोट्स, शिकारा व बैलून ड्राइव पर्यटकों के लिए मनोरंजन का मुख्य स्रोत होगी, जिससे एक ओर जहां रोजगार के अवसर पैदा होंगे, वहीं बिलासपुर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. 


आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास रहा है कि गोविंद सागर झील को नॉर्थ इंडिया का गोवा बनाया जाए ताकि यहां वाटर टूरिज्म व एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा मिल सके. इसके लिए मंडी भराड़ी से लुहनु रुट पर हाई स्पीड मोटरबोट, शिकारा व क्रूज चलाए जाएंगे जो पर्यटकों को आकर्षित करेंगे. इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. 


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साथ ही उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और छह सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के चलते आदर्श आचार संहिता लगी हुई है. ऐसे में चुनाव के बाद जून माह में जैसे ही आचार संहिता हटेगी तो गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स व एडवेंचर टूरिज्म गतिविधियों को शुरू कर दिया जाएगा.


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