देवेंद्र शर्मा/बरनाला: भारतीय किसान यूनियन उगराहां ने बरनाला की दाना मंडी में राज्य स्तरीय बैठक की. इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां, राज्य कमेटी के नेता और विभिन्न जिलों के सक्रिय पदाधिकारी भी शामिल हुए. बैठक के दौरान पंजाब के मौजूदा हालात पर चर्चा की गई. इस दौरान भगौडे अमृतपाल सिंह के फरार होने पर केंद्र और पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया. 


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क्या वाकई पंजाब में दहशत का माहौल? 
बैठक में कमेटी के नेताओं ने कहा कि पंजाब में दहशत के माहौल को लेकर दोनों सरकारों के राजनीतिक हित हैं, जिसके लिए किसान संगठन लोगों को जागरूक करेगा. इसके साथ ही उन्होंने पंजाब के युवाओं पर लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट को वापस लेने, असम भेजे गए युवाओं को तुरंत पंजाब वापस लाने, केंद्रीय एजेंसियों और सुरक्षा बलों को पंजाब भेजने की मांग भी की. इस दौरान उन्होंने 3 अप्रैल को पूरे राज्य में जिला स्तर पर डीसी कार्यालयों के सामने विरोध प्रदर्शन की घोषणा भी की.  


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क्यों की गई राज्य स्तरीय बैठक?
इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि आज की राज्य स्तरीय मीटिंग पंजाब के मौजूदा हालात को देखते हुए की जा गई है. केंद्र और पंजाब सरकार जानबूझकर ऐसे हालात पैदा कर रही है, जबकि वास्तव में पंजाब में ऐसा कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि फ्लैग मार्च कर पंजाब के गांवों में दहशत का माहौल पैदा किया जा रहा है, लेकिन पंजाब का माहौल बिल्कुल शांत है.


युवाओं को गिरफ्तार कर थोपा गया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून
जोगिंदर सिंह ने कहा कि अगर पंजाब में कुछ भी अवैध हो रहा है तो पुलिस को इस संबंध में कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन वर्तमान में पंजाब में बड़े पैमाने पर युवाओं को गिरफ्तार कर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून जैसा खतरनाक कानून थोपा जा रहा है. एनआईए जैसी केंद्रीय एजेंसियों को पंजाब लाया जा रहा है. सुरक्षा बलों की कीमत पंजाब पर लगाई जा रही है जबकि पंजाब में ऐसा कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा और राज्य की 'आप' सरकार ने पंजाब को बदनाम करने की चाल चली है. इस संबंध में 3 अप्रैल को प्रदेशभर में जिला स्तर पर कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है. इसी की तैयारियों को लेकर आज यह बैठक की गई. 


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केंद्र और राज्य सरकार ले रही राजनीतिक फायदा
वहीं, प्रदेश नेता झंडा सिंह जेठूके ने कहा कि पंजाब और केंद्र में अमृतपाल सिंह के नाम पर राज्य और केंद्र सरकार ने जो राजनीतिक फायदे लेने हैं, उससे लोगों को अवगत कराना होगा. युवकों पर लगाया गया एनएसए कानून रद्द किया जाना चाहिए और युवकों को असम से पंजाब लाया जाना चाहिए. केंद्रीय सेना को यहां से तुरंत हटा लिया जाना चाहिए. 


पंजाब में जानबूझकर बनाया जा रहा दहशत का माहौल
उन्होंने कहा कि इन सभी मसलों को पंजाब पुलिस अपने स्तर पर सुलझा सकती है, लेकिन राज्य में जानबूझकर ऐसा माहौल बनाया जा रहा है. वहीं, उन्होंने पंजाब में बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों के मुआवजे को लेकर सरकार के प्रदर्शन पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को उचित मुआवजा दिलाने के लिए संगठन अगले संघर्ष की तैयारी कर रहा है.


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