Agneepath Scheme: नहीं रास आई अभ्यर्थियों को अग्निपथ योजना, आखिर क्यों भड़के छात्र?
भारतीय सेना में पहली बार ऐसी कोई स्कीम लॉन्च की गई है, जिसमें शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी. इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा. लेकिन योजना के ऐलान के एक दिन बाद ही सेना की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों ने देश के अलग- अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है.
चंडीगढ़- राष्ट्र की सेवा करना हर किसी के हिस्से में नही होता. लेकिन, ये सम्मान जिसे भी प्राप्त होता है वो इसे अपनी जान से भी बढ़कर निभाता है, लेकिन इन दिनों सेना में भर्ती के लिए लाई गई 'अग्निपथ स्कीम' का विरोध तेज हो गया है. राजनीतिक दलों के साथ-साथ आम युवा भी इसका विरोध जता रहे हैं. खासकर बिहार में बवाल बढ़ता जा रहा है.
दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में एक बड़ा ऐलान किया. गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर अग्निपथ योजना के बारे में घोषणा की, लेकिन योजना के ऐलान के एक दिन बाद ही सेना की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों ने देश के अलग- अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. खासकर बिहार के छात्रों को मोदी सरकार की Agnipath Scheme बिल्कुल पसंद नहीं आई और उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
क्या है अग्निपथ स्कीम?
भारतीय सेना में पहली बार ऐसी कोई स्कीम लॉन्च की गई है, जिसमें शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी. इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा. ये युवा साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के बीच के होंगे.
-ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी.
-इन चार वर्षों में सैनिकों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी.
-30-40 हजार मासिक वेतन के साथ अन्य लाभ भी दिए जाएंगे.
-पहले साल में 30 हजार, दूसरे साल में 33 हजार, तीसरे साल में 36500 और चौथे साल में 40 हजार मासिक वेतन दिया जाएगा.
-चार साल पूरे होने के बाद इन सभी अग्निवीरों की सेवा समाप्त हो जाएगी और फिर नई भर्तियां की जाएंगी.
-सेवा समाप्त होने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा.
योजना के तहत चार साल के लिए 17.5 वर्ष से 21 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं को तीनों सेवाओं में भर्ती किया जाएगा. 6 महीने तक इसका प्रशिक्षण चलेगा जिसमें पुरूष और महिलाएं दोनो भाग ले सकेंगे. नौकरी से मुक्त होने के बाद उन्हें सेवा निधि पैकेज भी दिया जाएगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अनुसार, अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले साल चार लाख 76 हजार रुपये का सालाना पैकेज मिलेगा. अग्निपथ योजना के तहत सेना में शामिल होने वालों को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा.
क्यों हो रहा विरोध प्रदर्शन
अग्निपथ योजना के तहत भर्ती हुए युवाओं में से 25 फीसदी की स्थायी नियुक्ति कर दी जाएगी. वहीं, दूसरी ओर बचे 75 फीसदी युवाओं को सेवा मुक्त कर दिया जाएगा. भर्ती में हुए इतने बड़े बदलाव के बाद दो साल से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थीयों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. इसी कारण अभ्यर्थीयों ने बुधवार को बिहार में रेलवे ट्रेक और राजमार्ग को जाम कर अपनी नाराजगी जताई .
क्या कहना है प्रदर्शनकारियों का...
जहां एक ओर सरकार ने अग्निपथ योजना को "ऐतिहासिक" कहा है वहीं दूसरी ओर भर्ती में बदलाव की खबर के बाद अभ्यर्थियों ने अपना रोष जताया है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ‘सेना को उम्र सीमा में ढील देनी चाहिए ताकि पिछले दो साल से इंतजार कर रहे लोगों को उचित मौका मिले’. उन्हे ये भी चिंता है कि 4 साल के बाद वो कहां नौकरी करेंगे.