अर्जुन के फल के फायदे, स्किन से लेकर कई बीमारियों के लिए बेमिसाल
चंडीगढ़- अर्जुन के पेड़, फल, पत्तियों और जड़ों को कई बीमारियों को दूर करने के लिये प्रयोग किया जाता है. ये फलों को सेहते के लिए बहुत गुणकारी माना जाता है. अर्जुन का पेड़ आयुर्वेद में काफी ज्यादा इस्तेमाल होता है.
चंडीगढ़- अर्जुन के पेड़, फल, पत्तियों और जड़ों को कई बीमारियों को दूर करने के लिये प्रयोग किया जाता है. ये फल को सेहत के लिए बहुत गुणकारी माना जाता है. अर्जुन का पेड़ आयुर्वेद में काफी ज्यादा इस्तेमाल होता है. अर्जुन के पेड़ से मिलने वाला फल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है.
आयुर्वेद में कई पेड़-पौधों, फल-फूलों का इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है. अर्जुन फल का सेवन हड्डियों के दर्द से राहत देने और स्किन के लिए लाभदायक होता है. लेकिन इसे खाने से सिर्फ इतने ही स्वास्थ्य लाभ नहीं मिलते, आइए सभी फायदों पर एक नजर डाल लेते हैं.
अर्जुन के फल के फायदे:
अर्जुन के पेड़ से मिलने वाला फल कई तरह की बीमारियों को दूर करने में सहायक होता है. इतना ही नहीं अर्जुन के फल से स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं होता है, इसलिए आप सीमित मात्रा में इसका सेवन आसानी से कर सकते हैं. जानें अर्जुन फल के फायदे...
अर्जुन फल स्किन कंडीशन से बचाव करने में काफी मददगार होता है. इससे आप दाग-धब्बों, मुंहासों और झुर्रियों से निजात पा सकते हैं.
अर्जुन फल में हड्डियों को मजबूत करने वाले तत्व पाए जाते हैं. इसलिए हड्डियों के दर्द और कमजोरी को दूर करने के लिए अर्जुन की छाल का पाउडर और दूध का सेवन कर सकते हैं.
मुंह की दुर्गंध दूर करने के लिए आप अर्जुन फल का सेवन कर सकते हैं. इससे मसूड़ों में दर्द, दांतों की कैविटी, दांत का दर्द जैसे मुंह के रोगों से भी राहत पाई जा सकती है. आपको बस रोजाना अर्जुन फल का सेवन करना है.
पुरुषों में होने वाले शुक्रमेह रोग तथा महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान ज्यादा रक्तस्राव (रक्तप्रद ) की समस्या में भी अर्जुन के फल तथा उसकी छाल का उपयोग फायदेमंद होता है.पेशाब में रूकावट की समस्या में भी इसके सेवन से काफी लाभ मिलता है.
अर्जुन के फल तथा अर्जुन की छाल के काढ़े का सेवन करने से मूत्र करने में जलन, मूत्रमार्ग में संक्रमण तथा अन्य समस्याओं में राहत मिलती है.अर्जुन के फल के सेवन से पाचन व पेट से जुड़ी कई समस्यायों में राहत मिलती है. जैसे गैस,अपच, पेट का फूलना आदि.